
कोलकाता, 08 जुलाई (Udaipur Kiran) । नौ जुलाई को केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए देशव्यापी हड़ताल में कई श्रमिक संगठन शामिल होंगे। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने इस हड़ताल के दौरान आम जनता को किसी तरह की परेशानी से बचाने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। राज्य परिवहन विभाग ने आश्वस्त किया है कि उस दिन बस, टैक्सी, फेरी सहित तमाम परिवहन सेवाएं सामान्य रहेंगी।
सरकार ने ऐलान किया है कि हड़ताल के दिन सुबह छह बजे से ही कंट्रोल रूम सक्रिय रहेगा। किसी भी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर 033-22361916, 0462, 0463 और 8697733391 जारी किए गए हैं। परिवहन विभाग ने सीएसटीसी की ओर से प्रति शिफ्ट 500 बसें, सीटीसी की 200 और डब्ल्यूबीएसटीसी की 70 बसें चलाने की योजना बनाई है। अधिकतर रूटों पर दो या तीन शिफ्ट में बसें चलेंगी। इसके अलावा, 25 फेरी सेवाएं और दो ट्राम सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
राज्य सरकार ने सभी ड्राइवरों, कंडक्टरों और परिवहन से जुड़े अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सभी डिपो प्रबंधकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यातायात सुचारु रखने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाए।
बेसरकारी परिवहन संगठन भी सरकार के साथ मिलकर सेवाएं देने को तैयार हैं। जॉइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट, बस मिनीबस समन्वय समिति और अन्य निजी परिवहन संगठनों ने कहा है कि सड़कों पर पर्याप्त संख्या में बसें उपलब्ध रहेंगी। ऐप आधारित टैक्सी सेवाएं भी सामान्य दिनों की तरह चलेंगी। ऑनलाइन कैब ऑपरेटर्स गिल्ड के महासचिव इंद्रनील बनर्जी ने कहा कि सरकार के खिलाफ आंदोलन में आम लोगों को परेशान करने का कोई मतलब नहीं बनता है।
हालांकि कुछ संगठनों ने हड़ताल में सक्रिय भागीदारी का ऐलान किया है। सीआईटीयू और एआईटीयूसी जैसे संगठनों से संबद्ध टैक्सी और कैब चालकों ने हड़ताल के समर्थन में नौ जुलाई को सेवाएं बंद रखने का फैसला किया है। एआईटीयूसी से संबद्ध टैक्सी यूनियन के संयोजक नवालकिशोर श्रीवास्तव ने कहा है कि श्रमिकों के हित में कोई भी गाड़ी सड़क पर नहीं उतरेगी।
इस बीच जॉइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बंदोपाध्याय ने कहा कि बसों की चाबियां चालकों के पास होती हैं, अगर वे आते हैं तो बसें निश्चित रूप से चलेंगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
