जम्मू,, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । शोपियां में इस वर्ष सेब की फसल बंपर रही पिछले वर्षों की तुलना में उपज अधिक रही लेकिन जल्दी पकने और मौसम की अनियमितताओं ने किसानों की खुशियाँ आधी कर दीं।
किसानों के अनुसार लगभग 60 प्रतिशत फसल को समय से पहले ही तोड़ना पड़ा क्योंकि बदलते मौसम के कारण फल जल्दी पक गए। अचानक तापमान में बदलाव और बार-बार बारिश ने फल की गुणवत्ता और बाज़ार समय पर असर डाला।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रवृत्ति जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसान अनुकूलनशील कृषि पद्धतियों को अपनाने में पीछे रहे तो कश्मीर की सेब उद्योग को भविष्य में और नुकसान हो सकता है।
किसानों को उम्मीद थी कि सीज़न की शुरुआत में बाज़ार में अच्छे रेट मिलेंगे लेकिन समय से पहले फसल कटने और नुकसान के कारण आमदनी बहुत घट गई। अब कई बागवान सरकार से सहायता और प्रभावी फसल बीमा योजनाएँ लागू करने की मांग कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / अश्वनी गुप्ता
