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बकिंघम पैलेस की घोषणा, ट्रंप राजकीय यात्रा पर सितंबर में आएंगे ब्रिटेन

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने फरवरी में वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में ब्रिटेन के राजा की ओर से ट्रंप को ब्रिटेन की दूसरी राजकीय यात्रा का निमंत्रण दिया था।

लंदन, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । बकिंघम पैलेस ने सोमवार को घोषणा की कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस साल सितंबर (17-19 तक) में ब्रिटेन आएंगे। उनकी यह यात्रा हाउस ऑफ कॉमन्स के वार्षिक पार्टी सम्मेलनों के पारंपरिक अवकाश के तुरंत बाद होगी। बकिंघम पैलेस ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने महाराज चार्ल्स (तृतीय) और रानी कैमिला के निमंत्रण को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है।

द गार्डियन अखबार की खबर के अनुसार ब्रिटेन के महाराजा ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया की विंडसर कैसल में मेजबानी करेंगे। बकिंघम पैलेस ने अपनी घोषणा में इसके अलावा कोई अन्य विवरण नहीं दिया है। यह यात्रा व्हाइट हाउस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। वह इसलिए कि ट्रंप आधुनिक इतिहास में दो बार राजकीय यात्रा करने वाले पहले निर्वाचित राजनेता बन जाएंगे। उन्हें फरवरी में व्हाइट हाउस में कीर स्टारमर ने राजा के पत्र के माध्यम से ब्रिटेन आने का निमंत्रण दिया था।

इस अखबार की खबर के अनुसार यात्रा की तारीखों के हिसाब से अमेरिकी राष्ट्रपति के संसद को संबोधित करने की संभावना नहीं है। इससे पहले बिल क्लिंटन और बराक ओबामा सहित अन्य राष्ट्रपतियों ने संसद के दोनों सदनों में भाषण दिए हैं। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले हफ्ते अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान दोनों सदनों को संबोधित किया है। यहां के राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि ट्रंप का भाषण विवादास्पद हो सकता था। इस वजह से कुछ सांसदों ने हाउस ऑफ कॉमन्स की अध्यक्ष लिंडसे हॉयल से अमेरिकी राष्ट्रपति को यह अवसर न देने का आग्रह किया था।

पिछले सप्ताह 15 लेबर सांसदों और पांच अन्य ने एक संसदीय प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें दोनों सदनों के अध्यक्षों से ट्रंप को राजकीय यात्रा के दौरान भाषण देने की अनुमति न देने का आह्वान किया गया था। डायने एबॉट, केट ओसबोर्न और नादिया व्हिटोम सहित कई सांसदों ने राष्ट्रपति ट्रंप पर महिलाओं के प्रति द्वेष, नस्लवाद और विदेशी लोगों के प्रति घृणा का रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। इन सांसदों ने यूक्रेन पर उनके रुख की भी आलोचना की थी।

अमेरिका में ब्रिटिश राजदूत पीटर मैंडेलसन ने इस सप्ताहांत संडे टाइम्स से कहा था कि उनका मानना है कि इस यात्रा में ट्रंप का गर्मजोशी से स्वागत किया जाना चाहिए। मैंडेलसन ने कहा था, ” ट्रंप सचमुच ब्रिटेन से प्यार करते हैं। वह कीर स्टारमर पर भरोसा करते हैं। खबर के अनुसार स्टारमर ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ट्रंप के साथ सकारात्मक संबंध बनाए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति को कारों और एयरोस्पेस उपकरणों जैसे कुछ ब्रिटिश सामानों पर टैरिफ कम करने के लिए राजी किया है।

मैंडेलसन ने यह भी कहा था, ” ट्रंप ब्रिटेन के शाही परिवार के बड़े प्रशंसक हैं। उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर आई लव किंग चार्ल्स लिखा था।” यात्रा पर शाही स्वीकृति की मुहर और संसदीय संबोधन की संभावना टल जाने से राष्ट्रपति का यह दौरा विवाद को जन्म दे सकता है।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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