-टॉवर से छह गांवों को मिलना था लाभ
रुद्रप्रयाग, 19 जून (Udaipur Kiran) । फाइव जी मोबाइल कनेक्टिविटी के समय में जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार उप तहसील के कई गांवों के मोबाइलधारक उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल से सगे-संबंधियों से बातचीत के लिए घरों से दूर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाना पड़ रहा है। यहां, पांच किमी के दायरे में बसे छह गांवों के लिए भारत संचार निगम का मोबाइल टॉवर ट्रायल के बाद से सफेद हाथी साबित हो रहा है।
बसुकेदार क्षेत्र के बड़ेथ, तालजामण, पाटियूं, जोला, भटवाड़ी और डुंगर गांव की लगभग तीन हजार आबादी को मोबाइल सेवा से जोडऩे के लिए भारत सरकार निगम ने 2020 में मोबाइल टॉवर का निर्माण शुरू किया गया था। लगभग चार वर्ष में बीते दिसंबर में यह मोबाइल टॉवर बनकर तैयार हुआ, तब बीएसएनएल ने ट्रायल भी किया, जिसमें यह सफल रहा। तब, ग्रामीणों में उम्मीद जगी कि अब उन्हें मोबाइल सेवा का उचित लाभ मिलेगा। लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी मोबाइल टॉवर शोपीश बना है।
ग्रामीण लक्ष्मण सिंह पंवार, गिरीश पगवाल, विक्रम झिक्वांण, हेमा बिष्ट, महिपाल कंडारी, रमेश नेगी, यशवंत रावत आदि का कहना है कि संचार क्रांति के इस दौरान में आमजन को फाइव-जी सेवा से जुड़ गया है, लेकिन उन्हें मोबाइल पर बातचीत करना भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
भारत संचार निगम के जेटीओ अजय पराशर ने बताया कि मोबाइल टॉवर के बारे में आला अधिकारियों को सूचना दे दी गई है।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
