

कोलकाता, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने तस्करी की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम करते हुए करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ और सोना जब्त किया है। इन कार्रवाइयों में एक महिला जवान की सतर्कता और साहस खासतौर पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
बीएसएफ ने शनिवार दोपहर बाद एक बयान में बताया है कि 71वीं वाहिनी के खंडुआ सीमा चौकी पर तैनात महिला कांस्टेबल ने शुक्रवार की रात एक साहसिक अभियान में मादक पदार्थों की तस्करी को विफल कर दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रात करीब 11:30 बजे महिला कांस्टेबल ने दो संदिग्ध लोगों को अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर बढ़ते देखा। उसने तत्काल अन्य जवानों को सतर्क किया और संदिग्धों को चुनौती दी, लेकिन तस्करों ने चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए आगे बढ़ना जारी रखा।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए महिला कांस्टेबल ने अपनी पीएजी राइफल से एक हवाई फायर किया, जिससे घबराकर तस्कर नजदीकी गांव रानीनगर की ओर भाग गए। इसके बाद जवानों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया, जिसमें दो बड़े बंडल बरामद हुए। जब्त सामग्री की जांच के दौरान इनमें से मेथाक्वालोन (1 किलो 30 ग्राम), कोडीन (7 किलो 120 ग्राम) और ब्रुसीन एनहाइड्रस के 10 डब्बे (प्रत्येक 25 ग्राम) बरामद किए गए। इन मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत तीन करोड़ 80 लाख 45 हजार 960 आंकी गई है। मामले में तस्करों की पहचान और नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
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घोजाडांगा में सोने की तस्करी भी नाकाम
इसी दिन एक अन्य कार्रवाई में बीएसएफ की 102वीं वाहिनी के घोजाडांगा सीमा चौकी के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर एक तस्कर को मोटरसाइकिल के साथ धर दबोचा। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 466.290 ग्राम वजनी तीन सोने के बिस्किट बरामद हुए, जिनकी बाजार में अनुमानित कीमत ₹46 लाख 94 हजार 794 बताई गई है।
बीएसएफ ने जब्त किए गए सभी मादक पदार्थ और सोना आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित एजेंसियों को सौंप दिए हैं।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
