Uttar Pradesh

ब्रजेश पाठक ने किया ‘अनसुने सितारे’ और ‘मैं स्वयंसेवक’ पुस्तक का लोकार्पण

पुस्तक का लोकार्पण करते उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

लखनऊ, 12 सितम्बर (Udaipur Kiran) । राजधानी लखनऊ में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेले में शुक्रवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने वरिष्ठ पत्रकार एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार श्रीधर अग्निहोत्री की दूसरी पुस्तक ‘अनसुने सितारे’ तथा वरिष्ठ पत्रकार मनीष शुक्ल की कृति ‘मैं स्वयंसेवक’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर साहित्य, पत्रकारिता, समाजसेवा और विधि क्षेत्र से जुड़े अनेक प्रतिष्ठित जन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में सबसे पहले लेखक श्रीधर अग्निहोत्री और उनकी कृति ‘अनसुने सितारे’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पुस्तक भारतीय सिनेमा की अमूल्य धरोहर है, जिसमें उन कलाकारों की स्मृतियाँ दर्ज हैं, जिन्हें समय और समाज ने भुला दिया। किंतु जिन्होंने अपनी प्रतिभा और कला से भारतीय परदे पर गहरी छाप छोड़ी।

उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि दोनों पुस्तकों का सम्बंध कानपुर से है। क्योंकि दोनों ही लेखक उस शहर से जुड़े रहे हैं। ‘अनसुने सितारे’ को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक दस्तावेज़ बताते हुए श्री पाठक ने कहा कि सामान्यतः साहित्यकार इस विधा को चुनने से बचते हैं, किंतु श्रीधर अग्निहोत्री ने एक ‘छुपे रूस्तम’ की भाँति कठिन विषय का चयन कर उसे जीवंत रूप दिया। उन्होंने अपनी व्यस्त दिनचर्या और पत्रकारिता की जिम्मेदारियों के बीच भी सिनेमा और सांस्कृतिक विरासत के प्रति अपने गहरे लगाव को जीवित रखा। पुस्तक में अनेक ऐसे पात्रों का उल्लेख है, जिन्हें जनस्मृति लगभग भुला चुकी थी।

इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक मनीष शुक्ल की पुस्तक ‘मैं स्वयंसेवक’ पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक और आवश्यक है। इसमें कई दशकों से समाज के विभिन्न वर्गों में संघ और स्वयंसेवकों की सक्रिय भूमिका का विस्तृत चित्रण किया गया है। इस पुस्तक में राष्ट्र निर्माण की अवधारणा, साझी संस्कृति की व्याख्या और आधुनिक भारत की आकांक्षाओं का गम्भीर विवेचन मिलता है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी, ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र मिश्र तथा फिल्म लेखक-निर्देशक चंद्र भूषण सिंह ने भी दोनों लेखकों को उनकी कृतियों के प्रकाशन पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।

समारोह का शुभारम्भ लेखक मनीष शुक्ल द्वारा अतिथियों के स्वागत के साथ हुआ। तत्पश्चात् लेखक श्रीधर अग्निहोत्री ने सभी का आभार व्यक्त किया।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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