
बांदा,01 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि किसी भी मरीज को ऑपरेशन या दवा के लिए अस्पताल से मायूस होकर वापस न लौटना पड़े। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पतालों में बाहर की दवाएं हर हाल में लिखना बंद किया जाए, क्योंकि सभी दवाएं पर्याप्त मात्रा में स्टोर में उपलब्ध हैं।
रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएचसी और पीएचसी स्तर पर माइनर ऑपरेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और जिला अस्पताल में ऑपरेशनों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड सरकार की प्राथमिकता में है, इसलिए निजी अस्पतालों की तुलना में सरकारी अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं बेहतर हों।
समीक्षा के दौरान डिप्टी सीएम ने ऑपरेशन थिएटर की आवश्यकताओं के मुताबिक शासन को डिमांड भेजने, सभी अस्पतालों में पद खाली न रहने देने और चिकित्सकों की नियुक्ति समय से करने के निर्देश दिए। महिला चिकित्सालय के लिए नई बिल्डिंग का प्रस्ताव शासन को भेजने को कहा। साथ ही सब-सेंटरों में बिजली कनेक्शन न होने पर नाराजगी जताते हुए तत्काल सभी केंद्रों में कनेक्शन कराने का आदेश दिया।
उन्होंने निर्देश दिया कि पीएचसी डॉक्टर बिना अनुमति छुट्टी पर न जाएं और उनकी जगह तुरंत दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाए। एएनएम को आदेशित किया गया कि वे पहले कार्यालय आएं, फिर वैक्सीनेशन कार्य के लिए फील्ड में जाएं। सभी अस्पतालों में रोगी कल्याण निधि से रसोईघर बनवाने और निष्प्रयोज्य सामग्री तुरंत कंडम कर फंड का उपयोग सरकारी मद में करने के निर्देश भी दिए।
एम्बुलेंस 108 और 102 की संदिग्ध स्थिति की जांच जिलाधिकारी को सौंपते हुए उप मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के छात्रावासों की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्ल्स हॉस्टल में महिला गार्ड और बॉयज हॉस्टल में पुरुष गार्ड ही तैनात हों तथा छात्रों की नियमित काउंसलिंग की जाए। साथ ही भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा।
बैठक में जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, विधायक सदर प्रकाश द्विवेदी, विधायक नरैनी ओममणि वर्मा, जिलाधिकारी जे. रीभा, पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल, सीएमओ बिजेंद्र सिंह, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज सुनील कुमार कौशल समेत जनप्रतिनिधि और सभी मेडिकल अधिकारी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह
