
-राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की ओर से किया गया आयोजन
-बिजनेस समिट में अतिथियों ने व्यापार बढ़ाने के दिए टिप्स
गुरुग्राम, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की ओर से यहां लीला होटल में आयोजित हरियाणा राज्य स्तरीय आत्मनिर्भर भारत एमएसएमई बिजनेस समिट में भविष्य की योजनाओं और बिजनेस, व्यापार को आगे बढ़ाने पर विशेष सत्रों में चर्चा की गई। अतिथियों ने लघु उद्योगों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक अशोक बुवानीवाला ने सोमवार को बताया कि गुरुग्राम यातायात पुलिस की ओर से साइबर अपराध के प्रति भी व्यापारियों, उद्योगपतियों को जागरुक किया गया।
मुख्य अतिथि गुरुग्राम के मंडलायुक्त आर.सी. बिढान ने कहा कि बेहतर समाज के निर्माण के लिए हमें अपने नियमित कार्यों के साथ संस्कारों को भी तवज्जो देनी चाहिए। संस्कार हमारे अच्छे होंगें तो हम बेहतर समाज का निर्माण कर सकेंगें। आज हमारा समाज संस्कारविहीन हो रहा है। किसी भी फील्ड में बेहतरी से काम करने के लिए संस्कारित होना पहली सीढ़ी है। ऐसे ही आर्थिक व व्यवसायिक दृष्टिकोरण से खुद को मजबूत बनाया जा सकता है। मंडलायुक्त ने यह भी कहा कि उद्योगों को रिसर्च पर भी काम करना चाहिए। समय के साथ खुद को अपडेट भी करें।
विशिष्ट अतिथि डीसीपी यातायात गुरुग्राम राजेश मोहन ने कहा कि आज का युग डिजिटल क्रांति का युग है। हमारे व्यवसाय, बैंकिंग, मार्केटिंग और संवाद सब इंटरनेट आधारित हो चुके हैं। जैसे-जैसे हमारी निर्भरता डिजिटल माध्यमों से बढ़ी है, साइबर अपराधों का खतरा भी उतनी ही तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पहले अपराध सडक़ों पर होते थे, अब लैपटॉप और मोबाइल की स्क्रीन पर होते हैं। चोर अब घर की दीवार नहीं तोड़ते, आपके मोबाइल, लैपटॉप का पासवर्ड तोड़ते हैं। साइबर अपराधों के नए रूपों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज साइबर अपराध के अनेक रूप सामने आ रहे हैं, जिसमें फिशिग ईमेल, फर्जी वेबसाइट्स, क्यूआर कोड और केवाईसी के नाम पर ठगी, फर्जी निवेश योजनाएं, सोशल मीडिया अकाउंट हैकिंग हैं। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग, प्रदेश महासचिव पवन अग्रवाल समेत समस्त कार्यकारिणी एवं सदस्यों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम में व्यापार व उद्योग जगत के विशेषज्ञों ओर विभिन्न जिलों के उद्यमियों में रचना त्रिपाठी, अजय अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, अशोक गांधी, प्रेम धमीजा, देव राज महता, अनिल अग्रवाल, अंकुश जैन, जतीश जैन, संजय गोयल, नवीन गोयल, अभय जैन, रविंद्र कुमार, अमन जैन, इंद्र मोहन अग्रवाल वकिल चंद सिगला ने भी विचार सांझा किए। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (ईईपीसी) से राकेश सूरज ने कहा कि ईईपीसी इंडिया विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से भारत के इंजीनियरिंग निर्यात को बढ़ावा देने के लिए काम करती है। बैंकिंग सेक्टर के बारे में जागरुक करते हुए शेखर सिंह ने कहा कि एमएसएमई के लिए बैंकों की ओर से बहुत सुविधाएं दी जा रही हैं।
(Udaipur Kiran)