

प्रयागराज, 21 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । सनातन संस्कृति में हम अपने पूर्वजों के आशीर्वाद को अपने जीवन की उन्नति के लिए बहुत आवश्यक मानते हैं। हमारे बड़े, सारा जीवन निःस्वार्थ भाव से हमारा पालन करते हैं। यहां तक कि इस काया से प्रस्थान होने के बाद भी उनकी शुभकामनाएं हमारे ऊपर बनी रहती हैं।
उक्त विचार रविवार को सभा को सम्बोधित करते हुए ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय निदेशिका मनोरमा दीदी ने व्यक्त किया। ब्रह्माकुमारीज द्वारा पितृपक्ष के समापन के उपलक्ष्य में पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए कृतज्ञता पर्व का आयोजन मुख्य सेवा केंद्र सद्भावना भवन में किया गया।
मनोरमा दीदी ने आगे कहा कि इसलिए हम सभी को अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञ होना और कृतज्ञता प्रकट करना अति आवश्यक है। जिसके लिए भारतीय संस्कृति में पितृपक्ष का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रम में सामूहिक रूप से सभी ने पूर्वजों के लिए योग किया एवं सामूहिक भोग रखा गया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
