
हुगली, 5 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्व बर्दवान जिले के काटवा के पास राजुआ गांव में हुए बम विस्फोट को लेकर शनिवार दिन भर एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारियां सामने आती रहीं। घटना को लेकर काटवा के तृणमूल विधायक एवं जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ चट्टोपाध्याय ने आरोप लगाया कि ये बम तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमले के उद्देश्य से तैयार किये जा रहे थे और हमलावरों के निशाने पर वे स्वयं भी थे।विधायक ने इस घटना के पीछे जंगल शेख नामक एक व्यक्ति का हाथ होने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जो लोग बम बना रहे थे, वे सभी जंगल शेख के करीबी हैं। तृणमूल सूत्रों के अनुसार, जंगल कभी पार्टी का ही कार्यकर्ता था और 2015 के नगरपालिका चुनाव में जीत हासिल कर उपप्रधान भी बना था। हालांकि, छह महीने के भीतर उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कई वर्षों तक वह जेल में रहा। फिलहाल वह मुर्शिदाबाद जिला पुलिस द्वारा दर्ज एक डकैती मामले में भी आरोपित हैै और फरार बताया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जंगल शेख पर 18 हत्या, मारपीट, वसूली, अवैध हथियार रखने जैसे 42 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 12 मामलों की वर्तमान में न्यायिक प्रक्रिया चल रही है और अधिकांश मामलों में वह जमानत पर बाहर है। एक समय वह उपप्रधान पद पर रहते हुए भी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
इस घटना पर भाजपा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। जिला भाजपा के उपाध्यक्ष मृत्युंजय चंद्र ने कहा,
कटवा के तृणमूल विधायक के बयान से साफ है कि अब तृणमूल के नेता भी खुद को सुरक्षित नहीं मानते। बम-बारूद के डर से सत्तारूढ़ दल के नेता भी कांप रहे हैं। यह दर्शाता है कि बंगाल अब बम-बारूद का गढ़ बन चुका है, जिसे नियंत्रित करने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
इधर, काटवा के एसडीपीओ काशीनाथ मिस्त्री ने कहा है, बम बनाने का उद्देश्य अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मामले की पूरी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, एक और घायल व्यक्ति मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात काटवा में हुए धमाके में बरकत सिंह नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोग, शेख तूफान चौधरी, इब्राहिम शेख और शफीक मंडल घायल हो गए।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
