

अपमान का बदला लेने और जमीनी विवाद के चलते भतीजे और जिठानी ने की थी हत्या
झांसी, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के झांसी में बीते रोज बबीना के जंगलों में मिले वृद्ध महिला के शव की पहचान शीला देवी के रूप में हुई थी। मृतका के शरीर पर चोटों के निशान और हाथ बंधे होने से स्पष्ट था कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने पति की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू करते हुए हर बिंदु पर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस को खून से सनी मिली जींस की पेंट ने शीला के हत्याकांड से पर्दा उठा दिया। उसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके भतीजे और जेठानी ने मिलकर अपमान का बदला लेने और जमीनी विवाद के चलते हत्या की थी। पुलिस ने हत्यारोपी पुत्र और मां को गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त हशिया बरामद कर लिया।
सीओ सदर रामवीर सिंह ने बताया कि 11 नवंबर को बबीना थाना क्षेत्र के जंगलों में एक वृद्ध महिला का रक्त रंजित शव मिला था। जिसकी पहचान बबीना के मुखिया नगर निवासी गणेश रायकवार ने अपनी पत्नी शीला देवी के रूप में की थी। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। इधर मामला गंभीरता से लेते हुए एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बबीना थाना प्रभारी को हत्याकांड का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए थे। एसएसपी के निर्देशन पर बबीना थाना पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए खून से सनी जींस पेंट बरामद की थी। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर विवेचना शुरू की। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि यह जींस की पेंट गणेश के भतीजे बृजलाल रायकवार की है। जिससे दस दिन पूर्व ट्रेक्टर निकालने को लेकर विवाद हुआ था और उसने गणेश व परिवार के लोगों को देख लेने की धमकी दी थी। पुलिस ने बृजलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या का जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि दस दिन पूर्व ट्रेक्टर निकालने को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें चाची शीला देवी और उसके परिजनों ने गांव वालों के सामने उसकी मां को गालियां देते हुए अपमानित किया था। इसी का बदला लेने के उद्देश्य से दस नवंबर को शीला देवी अपने हाथ में हाशिया लेकर खेत पर जा रही थी। तभी उसके साथ बृजलाल और उसकी मां मीरा देवी भी बातचीत करते करते खेत के पास पहाड़िया पर पहुंचे जहां पहले उन्होंने साड़ी से शीला देवी के हाथ बांधे और फिर हसिया से उस पर कई बार कर उसकी हत्या कर दी। बृजलाल ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद वह अपने घर आया और खून से सनी शर्ट धो ली थी। जब वह पेंट धोने बैठा तभी उसके चाचा गणेश ने उसे आवाज लगाकर चाची को ढूंढने जाने की बात कही और वह पेंट बिना धोएं चाची को ढूंढने चला गया और देर रात घर आकर सो गया। उसके पैंट में लगे खून के दाग ने हत्या का खुलासा करवा दिया। पुलिस ने बृजलाल और उसकी मां के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया है।
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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया