
ताप्ती, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुजरात के ताप्ती जिले के वालोड में बीएलओ सहायक के रूप में ड्यूटी कर रही महिला शिक्षिका कल्पनाबेन पटेल (उम्र 56) का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) और अन्य चुनावी कामों के बोझ के बीच शिक्षकों की यह दूसरी मौत है।
शुक्रवार को अपनी ड्यूटी पूरी कर शाम 5 बजे घर लौटीं कल्पनाबेन की रात में अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए बारडोली अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना से वालोड क्षेत्र और शिक्षकों में शोक की लहर है।
घटना के बाद मुख्य बीएलओ नरसिंहभाई चौधरी ने दावा किया कि कल्पनाबेन को बीएलओ कार्य में कोई तनाव नहीं था और उनका क्षेत्र ग्रीन ज़ोन में है, लेकिन शिक्षक संघों ने इस दावे को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि अत्यधिक चुनावी कार्यभार के कारण शिक्षकों पर मानसिक दबाव लगातार बढ़ रहा है, जो अब जानलेवा साबित हो रहा है।
शिक्षक संगठनों का आरोप है कि लगभग 95% प्राथमिक शिक्षकों को बीएलओ की ड्यूटी दी गई है, जिसके कारण उन्हें सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक फील्ड में काम करना पड़ता है और शैक्षणिक कार्य ठप पड़ गया है।
संघों ने सरकार और चुनाव आयोग से मांग की है कि एसआईआर और बीएलओ का कार्य अन्य विभागों के कर्मचारियों को सौंपा जाए ताकि शिक्षक अपने मूल कार्य—बच्चों को पढ़ाने—पर ध्यान दे सकें।
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(Udaipur Kiran) / यजुवेंद्र दुबे