Assam

‘जीवन सुरभि’ के ज़रिए भाजपा का जुबिन गर्ग को श्रद्धांजलि

जुबीन गर्ग के जन्मदिन पर गुवाहाटी में रक्तदान करते असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा।

गुवाहाटी, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । असम के प्रिय कलाकार जुबिन गर्ग की मृत्यु के बाद आज मनाए जा रहे उनके 53वें जन्मदिन पर असम प्रदेश भाजपा ने राज्यभर में विशाल रक्तदान और ब्लड-ग्रुप निर्धारित करने के शिविर आयोजित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। ‘जीवन सुरभि’ नामक इस कार्यक्रम को 53 विभिन्न स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया, जिसे लोगों ने कलाकार के प्रति सच्चे सम्मान के रूप में देखा।

मुख्य कार्यक्रम गुवाहाटी के खानापाड़ा में आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन भाजपा असम प्रदेश अध्यक्ष तथा दरंग-उदालगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के सांसद दिलीप सैकिया ने किया। कार्यक्रम में असम के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल और सुप्रसिद्ध अभिनेता प्रांजल सैकिया भी उपस्थित रहे। उद्घाटन के दौरान अध्यक्ष सैकिया ने कहा कि जुबिन गर्ग केवल गीत-संगीत, अभिनय या लेखन तक सीमित नहीं थे, बल्कि वे असम के सच्चे देशभक्त थे, जिनके भीतर अत्यंत संवेदनशील मानवतावादी दृष्टि बसती थी। उन्होंने कहा कि कलाकारों और नई पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि वे जुबिन गर्ग की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाएं, वहीं हर असमिया व्यक्ति का भी यह कर्तव्य है कि वे उनके मानवीय मूल्यों को संरक्षित रखें।

अध्यक्ष सैकिया ने कलाकार की सामाजिक सेवाओं को असली श्रद्धांजलि बताते हुए उनकी पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग और परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

इसी बीच लंदन से लौटते ही मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने शाम को खानापाड़ा शिविर में रक्तदान किया और कहा कि जुबिन गर्ग ने जीवनभर अपनी कमाई से हजारों ज़रूरतमंदों की सहायता की, जो उनके मानवीय आदर्शों की सबसे बड़ी मिसाल है।

बीजेपी असम प्रदेश ने एजीपी, यूपीपीएल, बीपीएफ और एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर इस राज्यव्यापी रक्तदान कार्यक्रम को आयोजित किया। पार्टी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

आज पूरे असम में मंत्रियों, विधायकों, सांसदों तथा हजारों कार्यकर्ताओं ने ‘जीवन का कलाकार’ कहे जाने वाले जुबिन गर्ग को रक्तदान कर नमन् किया। राज्यभर में लगभग 5,300 यूनिट रक्त एकत्र हुआ, जिसे विभिन्न अस्पतालों के ब्लड बैंकों में भेजा गया—यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज किया गया।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश