West Bengal

बांग्लादेश में टैगोर के पुश्तैनी घर में तोड़फोड़ के खिलाफ कोलकाता में भाजपा का विरोध प्रदर्शन

कोलकाता, 16 जून (Udaipur Kiran) । बांग्लादेश में रवींद्रनाथ टैगोर के पुश्तैनी घर में हुई तोड़फोड़ के खिलाफ सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई ने कोलकाता में बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन तक विरोध मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने इस घटना को पड़ोसी देश की अंतरिम सरकार की विफलता करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।

इस विरोध मार्च का नेतृत्व वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने किया, जो दक्षिण कोलकाता के बेकबगान स्थित डिप्टी हाई कमीशन कार्यालय तक पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हाथों में झंडे लेकर नारेबाज़ी की और इसे भारत-बांग्लादेश की साझा सांस्कृतिक विरासत पर हमला बताया।

एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के पुश्तैनी घर में हुई तोड़फोड़ हमारे साझा सांस्कृतिक इतिहास पर सीधा हमला है। हम बांग्लादेश प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और जवाबदेही की मांग करते हैं।

भाजपा नेताओं का आरोप था कि यह हमला एक सुनियोजित साजिश थी, जिसे कुछ कट्टरपंथी समूहों ने अंजाम दिया ताकि भारत-बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को कमजोर किया जा सके।

हालांकि, कोलकाता पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को डिप्टी हाई कमीशन कार्यालय के पास लगाए गए बैरिकेड्स के आगे बढ़ने से रोक दिया ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।

यह विरोध प्रदर्शन उस घटना के विरोध में किया गया, जिसमें बांग्लादेश के कुश्तिया ज़िले के शीलदाहा स्थित ‘रबींद्र कछारीबाड़ी’ में कथित रूप से पार्किंग विवाद को लेकर कुछ लोगों ने इमारत की खिड़कियां, कांच के दरवाज़े और अन्य संरचनात्मक हिस्सों को नुकसान पहुंचाया था।

हालांकि, टैगोर से जुड़ी कोई भी वस्तु क्षतिग्रस्त नहीं हुई, लेकिन एहतियातन संग्रहालय को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। बांग्लादेश प्रशासन ने इस मामले में अब तक कम से कम पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है।

‘रबींद्र कछारीबाड़ी’ वह स्थान है जहां गुरुदेव टैगोर ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताए थे और जो अब एक संग्रहालय के रूप में विकसित है। यह जगह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों का एक प्रतीक मानी जाती है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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