रांची, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । झारखंड में भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का बड़े उत्साह से सुना। लेकिन झारखंड की जमीनी सच्चाई, बेरोजगारी, महंगाई, आदिवासी अधिकारों, कोयला क्षेत्र की समस्याएं, किसानों की दुर्दशा और केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव जैसे मुद्दों पर किसी भाजपा सांसद या विधायक को एक शब्द तक बोलने में भी विफल साबित हुए हैं।
यह बातें झारखंड प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष सतीश पॉल मुंजनी ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि क्या भाजपा के जनप्रतिनिधियों के पास झारखंड की बात करने की हिम्मत नहीं है।
क्या सिर्फ दिल्ली की बातें सुनना ही उनका कर्तव्य है।
मुंजनी ने कहा कि झारखंड की जनता अब सजग हो चुकी है। वह सिर्फ मन की बात नहीं, जनता की बात भी सुनवाना चाहती है। अब समय आ गया है कि हमारे जनप्रतिनिधि नाटक नहीं, संविधान और ज़मीर के मुताबिक काम करें।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
