
शिमला, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था के भविष्य को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को प्रभावित करने और चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता को कमजोर करने के आरोप लगाए। राठौर ने कहा कि देश में पहली बार यह सवाल खड़ा हो रहा है कि चुनाव सरकार कराएगी या जनता, जो लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक संकेत है।
राठौर ने रविवार को शिमला में कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से लोकतांत्रिक संस्थाओं पर दबाव डालने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को पुख्ता साक्ष्यों के साथ पत्र लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब बिहार में जो कुछ हो रहा है, वह भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसी परिस्थितियां बनी रहीं तो बिहार में विपक्षी दल मिलकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
राठौर ने कहा कि आज विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। राहुल गांधी को लगातार प्रताड़ित किया गया और संसद में बोलने तक का अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रही है।
प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए राठौर ने कहा कि जब देश में गंभीर घटनाएं घट रही हैं और संसद का सत्र चल रहा है, उस समय प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर चले जाते हैं, जो जनता को अंधेरे में रखने की कोशिश जैसा है। उन्होंने उपराष्ट्रपति के अचानक दिए इस्तीफे को भी संदेहास्पद बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दिया गया यह इस्तीफा कई सवाल खड़े करता है।
राठौर ने कहा कि लोकतंत्र सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पर आधारित होता है। यदि विपक्ष को कमजोर किया गया और उसकी भूमिका को समाप्त करने की कोशिश हुई, तो यह देश के लोकतंत्र के लिए घातक सिद्ध होगा। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जागरूक और एकजुट रहें।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
