



पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई ने पत्नी को नौकरी और परिजनों को एक करोड़ रुपये देने की किया मांग
जौनपुर 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मल्हनी गांव निवासी का विपिन यादव (33) पुत्र सुरेश यादव गोंडा जिले के विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। मंगलवार अपराह्न उन्हाेंने संदिग्ध हालाताें कोई जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। इलाज के दौरान उनकी हॉस्पिटल में मृत्यु हो गई। पिता ने कथित ताैर पर विभागीय अधिकारियों के डांट-फटकार के चलते बेटे द्वारा आत्महत्या किए जाने का आरोप लगाया है। बुधवार सुबह पैतृक गांव में शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। इस दाैरान कांग्रेस पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय शाेकाकुल परिजनाें से मिले और शोक संवेदन व्यक्त की। उन्हाेंने यहां पत्रकाराें से बात करते हुए भाजपा सरकार और इलेक्शन कमीशन पर निशाना साधा।
अजय राय ने दिवंगत सहायक अध्यापक विपिन यादव के घर पहुंच कर परिजनाें काे ढांढस बंधाते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में हम विपिन यादव के परिवार के साथ हैं। उन्हाेंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यह तीसरी घटना है। पहली मलिहाबाद में, दूसरी घटना फतेहपुर और अब तीसरी घटना जौनपुर में हुई है। यह घटना पूरी तरह से भाजपा के लोगों का दबाव है कि भाजपा के जो विरोधी वोटर हैं उनका वोट काटा जाए।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि ये पूरी तरह से भाजपा सरकार और इलेक्शन कमीशन के लोग मिलकर लोकतंत्र का गला घोट रहे हैं। लोकतंत्र को समाप्त करना चाहते हैं। गोंडा के जिलाअधिकारी का बयान की यह पारिवारिक मामला है। इस कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी 1 साल पहले उसकी नौकरी लगी थी, मैं उसकी पत्नी और 1 साल के बच्चे से मिलकर आ रहा हूं। पत्नी का आरोप है कि अधिकारियों का दबाव था। उन्हाेंने मामले में डीएम के बयान काे झूठा बताया और अपने अधिकारियों को बचाने की बात कही।
मृतक सहायक अध्यापक विपिन यादव के पिता सुरेश यादव ने बताया कि मंगलवार सुबह उन्हें फोन पर उनके पुत्र विपिन ने जानकारी दी थी कि विभागीय अधिकारी काम के लिए दबाव देते हुए उन्हे फटकार लगाई है। इसी बीच उन्हें करीब 10 बजे सूचना मिली कि उनके पुत्र विपीन की तबीयत बहुत खराब है। आनन-फानन में विपिन को इलाज के लखनऊ के अस्पताल में भर्ती करवा दिया, जहां इलाज के दौरान करीब दो बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
घटना की जानकारी मिलते ही सपा के पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को सहानुभूति देते हुए इसकी जांच करने की मांग किया। उन्हाेंने मृतक की पत्नी को नौकरी और परिजनों को एक करोड़ रुपये देने की मांग किया है। साथ ही एसआईआर के लिए कम से कम 3 महीने का समय बढ़ाने की मांग किया है। उन्होंने ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा ये बीजेपी के लोगों का अधिकारियों को निर्देश है कि बैकवार्ड क्लास के लोगों का वोट काटा जाए।
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(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव