
गुवाहाटी, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि जुबीन गर्ग की मृत्यु की जांच को लेकर सोशल मीडिया पर रोजाना भ्रामक तस्वीरें और गलत जानकारी फैलाकर न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस और विभिन्न लेफ्ट समर्थक समूहों के लोग असम को अस्थिर करने और नेपाल जैसी स्थिति पैदा करने की धमकी दे रहे हैं।
“जुबीन गर्ग के लिए न्याय” आंदोलन के नाम पर, राज्य में भाजपा विरोधी ताकतें होटल में बैठकें आयोजित कर दिसपुर पर कब्जा करने की साजिश रच रही हैं। असम प्रदेश भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ब्रजेन महंत ने बताया कि मुख्य आरोपित ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें जांच को असम के बाहर ट्रांसफर करने की मांग की गई है। इसी तरह कांग्रेस, एजेपी, राइजोर दल, लेफ्ट पार्टियां और अन्य विरोधी संगठन मामले को सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने इस कोशिश पर गंभीर चिंता व्यक्त की है, जिससे असम पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठ सके। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि विपक्ष सरकार को बदनाम करने और आरोपितों को बचाने की साजिश में जुटा है। उन्होंने कहा कि इस घटना का राजनीतिक फायदा उठाकर विपक्ष का उद्देश्य दिसपुर में सत्ता हासिल करना है।
भाजपा ने राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत किया है, जिसमें न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया की अध्यक्षता में एकल न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। पार्टी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि जो लोग जुबीन गर्ग की मृत्यु से संबंधित जानकारी यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर साझा कर रहे हैं, वे इसे न्यायिक आयोग में शपथपत्र के साथ प्रस्तुत करें।
प्रवक्ता ने कहा कि जुबीन गर्ग की मृत्यु ने हर प्रशंसक के दिल को झकझोर दिया है और उनके लिए न्याय सुनिश्चित करने में भाजपा सरकार किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार अवैध और अस्थिरकारी तत्वों को समाप्त करने के अपने मिशन को लगातार जारी रखेगी। भाजपा और सरकार जुबीन गर्ग के न्याय के साथ-साथ असम की पहचान, धरती और मूलाधार की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
