HimachalPradesh

सरकारी होटलों के निजीकरण पर भाजपा का सरकार पर हमला

शिमला, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में 14 सरकारी होटलों को निजी हाथों में सौंपे जाने के फैसले पर सियासत गरमा गई है। भाजपा नेताओं ने सरकार पर करारा हमला बोलते हुए इसे हिमाचल ऑन सेल करार दिया है और मुख्यमंत्री समेत एचपीटीडीसी (हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम) के अध्यक्ष पर जनता को ठगने का आरोप लगाया है।

भाजपा के पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी, प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज, अजय राणा और राकेश शर्मा ने शनिवार काे एक संयुक्त प्रेस बयान में कहा कि जिसका डर था वही हुआ। कर्मचारियों में रोष है और अब सरकारी होटल निजी कंपनियों को सौंपे जा रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण की पटकथा पहले से ही तैयार की जा रही थी और सरकार ने जानबूझकर पर्यटन निगम की सफल होती इकाइयों को भी निजी हाथों में देने का फैसला लिया है।

भाजपा नेताओं ने सवाल उठाया कि अगर एचपीटीडीसी का अध्यक्ष कैबिनेट रैंक वाला अधिकारी है, तो क्या यह मुमकिन है कि उसे 28 जून से 10 जुलाई तक कैबिनेट के किसी निर्णय की जानकारी ही न हो? उन्होंने कहा, यह दर्शाता है कि सरकार पूरी तरह अपारदर्शी तरीके से कार्य कर रही है।

भाजपा नेताओं ने दावा किया कि यह निर्णय उस वक्त लिया गया है जब एचपीटीडीसी के राजस्व में सुधार देखा गया था। उनका कहना है कि निगम घाटे से उबर रहा था और कर्मचारियों को उम्मीद थी कि हालात सुधर रहे हैं, लेकिन ऐसे समय में निजीकरण की घोषणा ने सबको चौंका दिया।

पर्यटन विभाग ने एचपीटीडीसी के एमडी को तीन महीने की समयसीमा में इन 14 होटलों का ऑपरेशन और मेंटेनेंस किसी निजी कंपनी को सौंपने का निर्देश दिया है। इससे कर्मचारियों में भारी असंतोष है और आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है।

—————

(Udaipur Kiran) शुक्ला

Most Popular

To Top