
गुवाहाटी, 28 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । असम के लोकप्रिय संगीत सम्राट जुबीन गर्ग के असामयिक निधन को नौ दिन बीत चुके हैं, लेकिन राज्यभर में शोक की लहर अभी भी जारी है। इसी बीच उनकी मृत्यु की रहस्यमयी परिस्थितियों की जांच तेज़ कर दी गई है। असम सरकार द्वारा गठित 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) और सीआईडी इस मामले के हर पहलू की गहन पड़ताल कर रहे हैं।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय ‘अटल बिहारी वाजपेयी भवन’ से जारी बयान में पार्टी प्रवक्ता प्रांजल कालिता ने असम की जनता से अपील की कि वे सरकार और पुलिस द्वारा की जा रही जांच प्रक्रिया पर पूरा भरोसा बनाए रखें। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने भी स्पष्ट कहा है कि जब तक जुबीन गर्ग की मौत की सच्चाई सामने नहीं आती और न्याय नहीं मिलता, वे चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर न्यायिक समिति गठित करने का आग्रह भी किया है, जिसकी अध्यक्षता एक वर्तमान न्यायाधीश करेंगे।
जांच के सिलसिले में एसआईटी ने इंटरपोल के माध्यम से लुकआउट नोटिस जारी किए हैं। इसमें सिंगापुर स्थित भारतीय उच्चायोग की मदद ली गई है, ताकि उन व्यक्तियों को चिन्हित किया जा सके जिनके इस मामले से जुड़े होने की आशंका है। इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने कहा कि असम के 65 लाख भाजपा कार्यकर्ता इस दुखद घटना की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग में एकजुट हैं। उन्होंने जनता से मुख्यमंत्री और राज्य पुलिस पर विश्वास बनाए रखने की अपील की।
भाजपा ने कांग्रेस पार्टी और वामपंथी संगठनों पर आरोप लगाया है कि वे इस दुखद घटना का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। बयान में आरोप लगाया गया कि इन तत्वों ने जुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार में बाधा डालने का प्रयास किया और अब जांच प्रक्रिया को गुमराह करने की साजिश कर रहे हैं। भाजपा का कहना है कि ये ताकतें असम को अस्थिर करने और नेपाल जैसी स्थिति बनाने की कोशिश कर रही हैं।
पार्टी ने ऐसे प्रयासों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रवक्ता ने जनता से अपील की कि वे मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व और सरकार की पारदर्शी जांच प्रक्रिया पर भरोसा बनाए रखें।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
