
टोंक, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । जयपुर, अजमेर और टोंक जिले की जीवनरेखा माने जाने वाले बीसलपुर बांध के गेट मंगलवार सुबह करीब 10 बजे जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत की मौजूदगी में खोले जाएंगे। बांध का जलस्तर मंगलवार सुबह 6 बजे तक 315.32 आरएल मीटर तक पहुँच गया है, जो इसकी पूर्ण भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर का 96.73 प्रतिशत है। लगातार हो रही पानी की आवक को देखते हुए गेट खोलने का निर्णय लिया गया है। यह पहला अवसर होगा जब जुलाई माह में बीसलपुर बांध के गेट खोले जाएंगे। इसके साथ ही यह बांध के गेट आठवीं बार खोले जाने का रिकॉर्ड भी बनेगा। इससे पूर्व छह बार अगस्त और एक बार सितंबर में गेट खोले जा चुके हैं।
बीसलपुर बांध परियोजना के एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि सभी तकनीकी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं और डाउनस्ट्रीम में स्थित गांवों को सतर्क कर दिया गया है। सोमवार सुबह तक बीते 24 घंटों में बांध में 17 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई थी। त्रिवेणी नदी इस समय 3.20 मीटर पर बह रही है। बांध के भरने से टोंक, अजमेर और जयपुर जिले के करीब एक करोड़ से अधिक लोगों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी। वर्तमान में बांध से प्रतिदिन 950 से 1000 एमएलडी पानी इन क्षेत्रों को भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त करीब तीन लाख किसान भी सिंचाई के लिए लाभान्वित होंगे।
उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध की कुल भराव क्षमता 38.708 टीएमसी (315.50 आरएल मीटर) है। इसका निर्माण 2004 में पूरा हुआ और उसी वर्ष पहली बार यह पूर्ण भराव के साथ छलका था। इसके बाद 2006, 2014, 2016, 2019, 2020, 2022 और 2024 में भी यह छलका है। सिंचाई के लिए बांध से अब तक 10 बार पानी छोड़ा जा चुका है और इस वर्ष भी किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
बांध से टोंक जिले में सिंचाई के लिए दो मुख्य नहरें बनाई गई हैं। दायीं नहर 51 किमी और बायीं नहर 18.65 किमी लंबी है। इनसे कुल 81,800 हेक्टेयर भूमि सिंचित होती है। दायीं नहर से 69,393 हेक्टेयर और बायीं से 12,407 हेक्टेयर में सिंचाई होती है। बांध के जल भराव क्षेत्र में 68 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 25 पूर्ण रूप से और 43 आंशिक रूप से डूब क्षेत्र में आते हैं। कुल जलमग्न क्षेत्र लगभग 21,030 हेक्टेयर है।
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(Udaipur Kiran) / अखिल
