
नाहन, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन स्थित ऐतिहासिक बिरोजा एवं तारपीन कारखाना, जो वर्ष 1948 से संचालित है, हाल ही में हुई भारी बारिश के चलते गंभीर क्षति का शिकार हुआ है। सोमवार को हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के वाइस चेयरमैन के.एस. खाची नाहन पहुंचे और स्थानीय विधायक अजय सोलंकी के साथ कारखाने में हुए नुकसान का मौके पर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक औद्योगिक इकाई को भारी नुकसान हुआ है और करोड़ों रुपये की क्षति आंकी गई है।
के.एस. खाची ने कहा, “यह कारखाना न केवल हिमाचल की औद्योगिक धरोहर है, बल्कि यह राज्य के लिए लाभदायक इकाई भी है। भारी बारिश से हुई क्षति अत्यंत दुखद है, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार यहां शीघ्र ही पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण का कार्य शुरू किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उत्पादन कार्य को आज से ही दोबारा शुरू कर दिया गया है ताकि कारखाने की गतिविधियां धीरे-धीरे सामान्य हो सकें। खाची ने आश्वासन दिया कि सरकार इस इकाई को फिर से पूर्ण क्षमता के साथ कार्यशील बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
स्थानीय विधायक अजय सोलंकी ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र पुनर्निर्माण की आवश्यकता जताई और कहा कि यह कारखाना नाहन के औद्योगिक विकास का प्रतीक है, जिसे हर हाल में संरक्षित रखा जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
