
नई दिल्ली, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए कई इंटर-स्टेट गैंग के मॉड्यूल ध्वस्त किए है। पुलिस टीम ने जिलेभर में छापेमारी के बाद 45 आरोपित गिरफ्तार किए, 18 को बाउंड डाउन, 33 केस दर्ज, और 539 एनसीआरपी शिकायतों को लिंक किया गया है। इन शिकायतों में दर्ज ठगी की कुल रकम करीब 106 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जिनमें अकेले 102 करोड़ एक ही मॉड्यूल से जुड़े हैं। ज़िले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चले इस अभियान के दौरान पुलिस ने लगभग 60 लाख रुपये नकद, 126 एटीएम कार्ड, 49 मोबाइल, 9 लैपटॉप, 24 सिम, 1 कंप्यूटर, 19 चेकबुक और 2 स्कूटी बरामद की हैं।
पुलिस उपायुक्त शरद भास्कर दराडे के अनुसार यह कार्रवाई ‘ऑपरेशन साइबर हॉक’ के तहत की गई। जिसमें साइबर, विकासपुरी, इंदरपुरी, पंजाबी बाग और तिलक नगर थानों की संयुक्त टीमें शामिल रहीं।
तिलक नगर थाना: एटीएम फ्रॉड मॉड्यूल — तीन गिरफ्तार
12 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि शीतला माता रोड स्थित इंडियन बैंक एटीएम पर संदिग्ध व्यक्ति चोरी-छिपे निकासी करने वाला है। इसके बाद कई एटीएम पर निगरानी बढ़ाई गई। लगातार सर्विलांस के बाद पुलिस ने मौके पर तीन आरोपित सिमरन संधू (48), संजय अरोड़ा उर्फ सनी (51) और विकी टंडन (44) को रंगे हाथों पकड़ लिया। संजय और विकी पर पहले भी सीबीआई और जबलपुर पुलिस के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने 42,57,200, 16 एटीएम कार्ड, जूपिटर स्कूटी और 3 मोबाइल फोन बरामद किए।
पुलिस अधिकारी के अनुसार इसी क्रम में टेलीग्राम पर ‘कमीशन जॉब’ का झांसा देकर म्यूल खाते इकट्ठा करने और ठगी के पैसों को यूएसडीटी (क्रिप्टो) में बदल देने वाले पांच आराेपिताें काे दबाेचा। इनकी पहचान शेखर शर्मा, दिनेश कुमार गुर्जर, विजय प्रकाश यादव, योगेश और मनीष के रूप में हुई है। इनसे 16 बैंक खाते, 16 चेकबुक, 7 एटीएम कार्ड, 2 लैपटॉप और 2 मोबाइल बरामद हुए।
विकासपुरी थाना: एटीएम निकासी फ्रॉड — एक आरोपी गिरफ्तार
पुलिस उपायुक्त के अनुसार पुलिस ने लगातार मिल रही शिकायतों पर जांच की, सीसीटीवी और तकनीकी सर्विलांस से कनक राज की पहचान की और उसे पैसे निकालते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया।
आईसीआईसीआई बैंक एटीएम पर बार-बार निकासी की शिकायतों पर निगरानी बढ़ाई गई। सीसीटीवी फुटेज और आसपास की गतिविधियों से लोकल नेटवर्क का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस संबंध में मुरगेश, मोहम्मद आरिफ काे दबाेचा। इसी क्रम में दीपक परमार, अशोक कुमार और राधा, खुशबू व संयोजिता को पकड़ा।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी