Chhattisgarh

धमतरी : नगरी ब्लाक में बनेगा बड़ा रेशम क्लस्टर, ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा रोजगार

रेशम धागा तैयार करती हुई महिलाएं।
रेशम धागा की प्रोसेसिंग करती हुई महिलाएं।

धमतरी, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले के नगरी विकासखंड में रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा रेशम क्लस्टर की स्थापना की जा रही है। यह क्लस्टर ग्रामीण और आदिवासी समुदाय के लिए आजीविका का नया माध्यम बनेगा। जिला प्रशासन द्वारा रेशम उत्पादन का यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है, जो अनुमोदन की अंतिम प्रक्रिया में है। इस योजना से स्थानीय स्तर पर तसर पालन, धागाकरण, प्रशिक्षण और विपणन की पूरी श्रृंखला विकसित होगी।

प्रारंभिक चरण में 20 महिलाओं को बुनियाद रीलिंग और विद्युत चलित स्पिनिंग मशीन से प्रशिक्षण दिया गया है। आगामी चरण में चार अन्य गांवों की 20 महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिलाए कोशा धागाकरण कार्य कर रही है। खोज संस्थान की प्रतिनिधि सावित्री यादव ने बताया कि प्रशिक्षित महिलाएं अब अपने घरों में ही तसर धागा उत्पादन का कार्य करेंगी तो इससे उन्हें प्रति दिवस 200 से 250 रुपये की अतिरिक्त आमदनी होगी। स्थानीय महिला भुनेश्वरी ने बताया कि कुकून (कोसा) से धागा निकालने के लिए उसे पहले सोडा-साबुन के मिश्रण से उबालकर तैयार किया जाता है, फिर मशीनों की सहायता से महीन धागा बनाया जाता है, जिसकी बाजार में अच्छी मांग है।

रेशम क्लस्टर की स्थापना से किसान भी लाभान्वित होंगे। इच्छुक किसान अपने खेतों में शहतूत के पौधे लगाकर कोसा पालन कर सकेंगे। इससे कृषि आधारित आय में विविधता आएगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। प्रशासन की योजना है कि किसानों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आधुनिक रेशम उत्पादन तकनीकों से जोड़ा जाए। शुरुआत में 40 किसानों ने अपनी सहमति दी है । कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज शुक्रवार काे बताया कि रेशम उद्योग ग्रामीण और आदिवासी महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का एक मजबूत माध्यम बन सकता है। तसर उत्पादन ऐसा कार्य है जिसमें अल्प निवेश में अधिक लाभ की संभावना है। यह महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार का सशक्त साधन बनेगा। हमारा उद्देश्य है कि हर ग्रामीण महिला अपने कौशल के बल पर आर्थिक रूप से सशक्त बने।

जिला प्रशासन धमतरी का उद्देश्य है कि रेशम उद्योग के माध्यम से महिलाओं, किसानों और युवाओं को दीर्घकालिक और सम्मानजनक आजीविका मिले। रेशम क्लस्टर के अंतर्गत प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग, विपणन व्यवस्था और बाजार से जुड़ाव जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएगी। यह पहल न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि आत्मनिर्भर धमतरी के संकल्प को भी साकार करेगी।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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