
उज्जैन, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । दीपावली पर्व नजदीक आते ही खाद्य एवं औषधि विभाग सक्रिय हो गया है। मिलावटखोरों पर नकेल कसने के उद्देश्य से विभाग ने मंगलवार को शहर में अचानक जांच अभियान चलाया। इस दौरान दो अलग-अलग स्थानों से कुल 200 किलोग्राम मावा और 30 लीटर घी जब्त किया गया। सभी उत्पादों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने तक इन्हें सुरक्षित रखा गया है।
पहली कार्रवाई में ई-रिक्शा से मिला मावा और घी
मंगलवार सुबह आगर रोड स्थित फायर ब्रिगेड कार्यालय के सामने विभागीय टीम ने एक ई-रिक्शा को रोककर जांच की। तलाशी लेने पर उसमें 75 किलोग्राम मावा और दो डब्बों में लगभग 30 लीटर घी पाया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंतदत्त शर्मा ने बताया कि यह माल जय श्री महाकाल डेयरी, ऐरवास गांव से आया था। मौके पर पहुंचे संदीप आंजना नामक व्यक्ति ने खुद को इन उत्पादों का खरीदार बताया। टीम ने मावा और घी के नमूने लिए और रिपोर्ट आने तक की अवधि के लिए सामग्री को संदीप आंजना की सुपुर्दगी में दे दिया गया।
दूसरी कार्रवाई, बस से आया संदिग्ध मावा जब्त
दूसरी कार्रवाई देवास गेट बस स्टैंड क्षेत्र में की गई, जहां विभागीय टीम ने बेगम बस से आई चार टोकरियों की जांच की। इन टोकरियों में करीब 100 किलोग्राम मावा भरा हुआ था। जांच के दौरान न तो कोई बिल, बिल्टी या परिवहन दस्तावेज मिले और न ही कोई व्यक्ति सामने आया, जो इस मावे का स्वामी होने का दावा करे। विभाग ने एहतियातन पूरा मावा जब्त कर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यदि निर्धारित समय में कोई व्यापारी या परिवहनकर्ता इसे लेने नहीं आता, तो नमूने लेने के बाद इस मावे को नष्ट कर दिया जाएगा।
त्योहारों पर मिलावट रोकने विशेष अभियान जारी
दीपावली के पहले मावा, घी, मिठाई और दूध उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, जिसका फायदा मिलावटखोर उठाने की कोशिश करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए खाद्य विभाग ने पूरे जिले में विशेष निगरानी अभियान शुरू किया है। सोमवार को भी अधिकारियों ने आगर रोड क्षेत्र में कार्रवाई की थी, जहां सड़क किनारे गंदगी के बीच रखा 50 किलोग्राम मावा जब्त किया गया था। बाद में उसे ट्रेंचिंग ग्राउंड में नष्ट कर दिया गया।
अधिकारियों की सख्त चेतावनी
खाद्य अधिकारी बसंतदत्त शर्मा ने बताया कि दीपावली पर्व को देखते हुए शहर में हर स्तर पर जांच अभियान जारी रहेगा। किसी भी व्यापारी या डेयरी संचालक को बिना परीक्षण के खाद्य सामग्री बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। विभागीय टीम मिठाई दुकानों, डेयरियों, और थोक व्यापारियों पर विशेष निगरानी रख रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी व्यापारी के उत्पादों में मिलावट या अस्वच्छता पाई गई, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ताओं से भी अपील की गई है कि वे खाद्य सामग्री खरीदते समय स्रोत और गुणवत्ता की जांच अवश्य करें।
उपभोक्ता सजग रहें, विभाग अलर्ट
खाद्य विभाग का कहना है कि त्योहारों पर बढ़ी मांग के बीच नकली मावा और घी का धंधा तेजी से फैलता है। ऐसे में विभाग का उद्देश्य उपभोक्ताओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य की रक्षा करना है। इस दिशा में लगातार अभियान चलाकर संदिग्ध सामग्री को बाजार में आने से पहले ही रोका जा रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, आगामी दिनों में भी मिठाई निर्माण इकाइयों, थोक मावा आपूर्तिकर्ताओं और डेयरियों की जांच जारी रहेगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद मिलावटी पाए जाने पर जुर्माना और लाइसेंस निरस्तीकरण जैसी कार्रवाई भी की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
