
कोलकाता, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । पश्चिम बंगाल में अपनी चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव को की तैयारियों की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब राज्य में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को चुनौती देना भाजपा के लिए एक कठिन राजनीतिक समीकरण बना हुआ है।
भूपेंद्र यादव अपनी संगठनात्मक दक्षता और चुनावी रणनीति बनाने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा बंगाल में एक सुसंगठित और प्रभावी चुनावी अभियान खड़ा करने की उम्मीद कर रही है। केंद्रीय मंत्री की मदद के लिए पार्टी ने त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद बिप्लब देब को सहायक नियुक्त किया है। पूर्वोत्तर की राजनीति में देब के अनुभव से भाजपा को राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।
यह नेतृत्व परिवर्तन 2021 के विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी के अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के बाद किया गया है। 2021 में आक्रामक प्रचार अभियान के बावजूद भाजपा सत्ता से दूर रह गई थी और 2024 के लोकसभा चुनावों में भी उसका प्रदर्शन 2019 की तुलना में कमजोर रहा। इन नतीजों के बाद पार्टी ने अपनी रणनीति पर पुनर्विचार शुरू किया है।
भाजपा ने 2017 में अमित शाह के नेतृत्व में बंगाल, केरल और ओडिशा को विस्तार के लिए प्रमुख राज्य के रूप में चिन्हित किया था। तब से पार्टी ने संगठन विस्तार, राष्ट्रीय नेताओं की तैनाती और बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने जैसे कदम उठाए हैं। अब चुनाव नजदीक आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी बंगाल में अधिक सक्रिय रहने की संभावना है। शाह जल्द ही कोलकाता में दुर्गा पूजा का उद्घाटन करेंगे और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी के साथ बैठक कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे।
इधर, तृणमूल कांग्रेस भी पीछे नहीं है। पार्टी महासचिव और रणनीतिकार अभिषेक बनर्जी लगातार जिलास्तरीय बैठकों के जरिए संगठन को धार दे रहे हैं। इस वजह से राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव एक जोरदार और कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
इसी क्रम में भाजपा ने बिहार में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनावी तैयारियों की जिम्मेदारी दी है, जबकि तमिलनाडु का दायित्व वरिष्ठ सांसद बैजयंत पांडा को सौंपा गया है। इससे साफ है कि पार्टी आने वाले दिनाें में कई राज्यों में व्यापक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। ————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
