-विधानसभा सचिव ने जारी की अधिसूचना
-मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा, बरकरार रहेगी चंडीगढ़ के सेक्टर सात में कोठी
चंडीगढ़, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चौथी बार विधानसभा में विपक्ष के नेता बन गये हैं। हरियाणा विधानसभा के सचिव की तरफ से शुक्रवार की शाम इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। हुड्डा रोहतक जिले की गढ़ी-सांपला किलोई विधानसभा सीट से छठी बार के विधायक हैं।
राज्य में भाजपा सरकार का गठन पिछले साल 17 अक्टूबर को हुआ था। इस दौरान विधानसभा के तीन सत्र हुए, जो बिना विपक्ष के नेता के संचालित किए गए। हुड्डा के विपक्ष के नेता बनने के बाद अब उनके पास चंडीगढ़ के सेक्टर सात स्थित 70 नंबर कोठी बनी रहेगी, जिसमें वे बिना विपक्ष के नेता के भी पिछले एक साल से रह रहे हैं।
कांग्रेस के सात विधायकों चौधरी आफताब अहमद, गीता भुक्कल, इंदुराज नरवाल, जस्सी पेटवाड़, देवेंद्र हंस, बलराम दांगी और विकास सहारण ने 30 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण से मिलक भूपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाए जाने संबंधी पत्र सौंपा था। यह सातों विधायक हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र की ओर से पत्र लेकर स्पीकर से मिले थे। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के 37 विधायक हैं और दो इनेलो के विधायक हैं। 90 सदस्यीय विधानसभा में तीन निर्दलीय विधायक 48 विधायकों वाली भाजपा के साथ हैं। विधानसभा में सबसे बड़ा दल होने के नाते कांग्रेस विधायक दल के नेता को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया है।
हरियाणा में विपक्ष के नेता के वेतन और भत्तों के लिए विशेष कानून का प्रावधान है। कोठी, गाड़ी, कार्यालय, स्टाफ और सेवक के साथ कैबिनेट मंत्री का दर्जा नेता प्रतिपक्ष को दिया जाता है। विधानसभा सचिवालय में विपक्ष के नेता का कार्यालय भी होता है। हरियाणा में विधानसभा (सदस्यों का वेतन, भत्ते और पेंशन) अधिनियम 1975 की धारा 2 (डी) में नेता प्रतिपक्ष को परिभाषित किया गया है, जिसका अर्थ है कि सदन का वह सदस्य, जिसे इस पद हेतु स्पीकर द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। संबंधित कानून की धारा चार में नेता प्रतिपक्ष के वेतन-भत्तों और अन्य सुविधाओं का विशेष उल्लेख किया गया है। इस पद पर आसीन नेता का दर्जा हरियाणा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री के समकक्ष होता है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
