
लखनऊ, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने स्वयंसेवकों को शताब्दी वर्ष की शुभकामनाएं दी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा कि मानवता के कल्याण और राष्ट्र सेवा हेतु सदैव समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गौरवमयी 100 वर्ष पूर्ण होने पर सभी स्वयंसेवकों हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 100 साल पहले संघ के रूप में रोपित बीज आज विशाल वटवृक्ष के रूप में भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना को लगातार ऊर्जावान बना रहा है। सिद्धांत और आदर्श इस वटवृक्ष को ऊंचाई देते हैं। जबकि करोड़ों स्वयंसेवक इसकी टहनियों के रूप में कार्य कर रहे हैं। उनके लिए सेवा ही जीवन है। इस महायज्ञ में योगदान देने वाले सभी स्वयंसेवकों को स्मरण करता हूँ तथा उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूँ।
–शताब्दी पर्व सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक: धर्मपाल
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि राष्ट्रसेवा, समर्पण और अनुशासन के मूलमंत्र के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बीते 100 वर्षों में राष्ट्र निर्माण में अद्वितीय योगदान दिया है। चाहे प्राकृतिक आपदा हो, दुर्घटना या कोई सामाजिक चुनौती, संघ के स्वयंसेवक सदैव सहायता के लिए अग्रसर रहे। डॉ. हेडगेवार की प्रेरणा से प्रारम्भ हुई शाखा पद्धति ने लाखों अनुशासित, चरित्रवान और राष्ट्रभक्त स्वयंसेवकों का निर्माण किया। यह शताब्दी पर्व संघ की गौरवगाथा ही नहीं, बल्कि भारत की अखंडता, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। सभी स्वयंसेवक बंधुओं को शताब्दी वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
स्वयंसेवकों के संघर्ष व बलिदान को नमन कर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शताब्दी वर्ष पर स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि राष्ट्र साधना में सेवारत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस एवं शताब्दी वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक शुभकामनाएं।
ब्रजेश पाठक ने लिखा कि आज का दिन उस संगठन को समर्पित है, जिसने राष्ट्रवाद, संस्कृति और जनसेवा के मूल्यों को राजनीति के केंद्र में रखा, एक विचारधारा को आंदोलन में बदला और उस बीज को बोया। जिससे आज का सशक्त भारत विकसित हुआ। भारतीय जनसंघ को सिंचित कर पौधे से वटवृक्ष बनाने वाले हमारे संस्थापकों समेत करोड़ों स्वयंसेवकों के संघर्ष व बलिदान को नमन करता हूं।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
