
भोपाल, 30 जून (Udaipur Kiran) । वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत डेंगू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा भोपाल जिले में जागरूकता गतिविधियाँ एवं लार्वा सर्वे के लिए टीमों के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाई गई है, जिससे आगामी माह में डेंगू नियंत्रण के लिए जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा के निर्देशन एवं जिला मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव के मार्गदर्शन में जिले में विभिन्न स्थानों पर जनजागरूकता गतिविधियाँ लगातार आयोजित कि जा रही है। जिला मलेरिया कार्यालय टीम, नगर निगम एवं एम्बेड टीम लगातार विद्यालयों में, सामुदायिक स्थानों पर जागरूकता, पोषण एवं स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर गर्भवती महिलाओं के साथ जागरूकता इत्यादि गतिविधियाँ जारी है।
इसी क्रम में सोमवार को जिला मलेरिया अधिअकरी स्मृता नामदेव एवं जिला वेक्टर बोर्न सलाहकार रूचि सिलाकारी द्वारा एम्बेड परियोजना कि टीम के साथ समीक्षा एवं आगामी कार्ययोजना हेतु बैठक की। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 44 टीमें लगातार मैदानी स्तर पर कार्यरत है एवं एम्बेड परियोजना के 90 सामुदायिक सहयोगियों द्वारा माह जुलाई से लगातार सर्वे में सहयोग प्रदान किया जायेगा। साथ ही वालंटियर द्वारा नियमित विगत माह में सहयोग दिया गया, डेंगू केस निकलने पर त्वरित कार्यवाही जिला मलेरिया की टीम द्वारा की जाती है, जिसमें फॉगिंग, प्रचार-प्रसार, लार्वा सर्वे, स्प्रे इत्यादि शामिल है, नगर निगम टीम द्वारा नियमित रूप से स्वच्चाता अभियान चलाया जाता है जिससे डेंगू नियंत्रण में सहयोग मिल रहा है। प्रत्येक वार्ड में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य संस्थाएं संचालित है जिसमे मलेरिया जांच एवं उपचार निशुल्क उपलब्ध है, नगर निगम एवं मलेरिया टीम द्वारा संयुक्त रूप से गतिविधियाँ आयोजित की जा रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव ने समस्त जोनों को निर्देशित किया कि वो अपनी टीमों का रिकॉर्ड संधारित करे. वर्ष 2023-2024 एवं 2025 में जिन वार्डो में केस निकले है उन्हें चिन्हित करें। स्कूल एवं कॉलज में नियमित जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित हो। 2027 तक इंडीजीनस केस को भी जीरो करना है, वर्तमान में भोपाल जिला केटेगरी 1 में है, सीएचओ द्वारा मलेरिया जांच हेतु आदेश प्राप्त है, आशा को आरडीके देने के लिए स्टॉक रजिस्टर बनाया जाए।
(Udaipur Kiran) तोमर
