
—विदेशी विशेषज्ञ जहां असफल रहे,बरेका के कारीगरों ने कर दिखाया कमाल
—सी.एन.सी. हेवी ड्यूटी पोर्टल मिलिंग मशीन का किया इन-हाउस रिपेयर
वाराणसी,23 जून (Udaipur Kiran) । बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका)के तकनीकी कर्मियों (कारीगरों)ने कमाल कर दिखाया है। कारखाना में लगी विदेशी सी.एन.सी. हेवी ड्यूटी पोर्टल मिलिंग मशीनकी मरम्मत विदेशी विशेषज्ञ जहां नही कर पाए। वहीं, बरेका के कारीगरों ने स्वदेशी कौशल से ठीक कर आत्मनिर्भर भारत का मजबूत संदेश भी दिया। कर्मचारियों की इस सफलता से महाप्रबंधक ने भी खुशी जाहिर की। बरेका के अफसरों के अनुसार वर्ष 2015 में चेक रिपब्लिक से खरीदी गई 27.26 करोड़ रुपये मूल्य की सी.एन.सी. हैवी ड्यूटी पोर्टल मिलिंग मशीन, जो क्रैंक केस की मशीनिंग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, उसमें तकनीकी खराबी आने से उत्पादन बाधित हो गया था। मशीन के बी-एक्सिस हेड में ग्राउंड फॉल्ट की समस्या उत्पन्न हुई थी, जिसके समाधान के लिए कई बार निर्माता कंपनी से संपर्क किया गया, किंतु अपेक्षित सहायता प्राप्त नहीं हो सकी। ऐसे में महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह के नेतृत्व में बरेका की तकनीकी टीम ने इस चुनौती को “हम करेंगे” की भावना के साथ स्वीकार किया और मशीन को इन-हाउस रिपेयर करने का निर्णय लिया। बिना विदेशी सहायता के बरेका के अफसरों ने मशीन के हेड को खोलने से पूर्व उसकी संपूर्ण संरचना और ड्राइंग का गहन अध्ययन किया । आवश्यक सभी घटकों की पुन: ड्राइंग तैयार कर उन्हें सावधानीपूर्वक खोला गया। स्लिप रिंग असेंबली में मौजूद स्पेयर रिंग पर बिजली आपूर्ति को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। यह कार्य अत्यंत जटिल और उच्च तकनीकी क्षमता वाला था। सभी पावर एवं कंट्रोल वायर कनेक्शन को खोलकर, ब्रास रिंग में लगी स्लिप रिंग सप्लाई को नीचे से ऊपर शिफ्ट किया गया। इस अद्भुत तकनीकी कौशल से समस्या का स्थायी समाधान प्राप्त हुआ और मशीन पुनः सुचारु रूप से कार्य करने लगी।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
