
पूर्वी चंपारण,21 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
उद्योग विभाग द्वारा संचालित सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रगति की समीक्षात्मक बैठक गुरूवार को डीएम सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में डीएम ने कहा कि सरकार की योजनाओं को सफल बनाने में बैंकर्स बेहिचक आगे आएं और लोगों को सहयोग करते हुए ऋण की स्वीकृति प्रदान करें ताकि रोजगार सृजन का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।बैठक में उद्योग विभाग के पदाधिकारी एवं जिला के सभी बैंकर्स मौजूद थे। समीक्षा बैठक के दौरान ऋण वितरण शिविर का भी आयोजन किया गया।
इसमें उप-विकास आयुक्त, पूर्वी चम्पारण सह महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र पूर्वी चंपारण एवं एलडीएम सहित सभी बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।बैठक में उद्योग विभाग की पीएमईजीपी,पीएमएफएमई एवं पीएम विश्वकर्मा योजना की समीक्षा की गई। जिला महाप्रबंधक उद्योग ने बताया कि पीएमईजीपी योजना में इस वित्तीय वर्ष में कुल 76 का लक्ष्य प्राप्त है जिसके विरुद्ध 296 आवेदन विभिन्न बैंको को अग्रसारित किये गये हैं जिसमें विभिन्न बैंको द्वारा 11 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं।
पीएमएफएमइ योजना में इस वित्तीय वर्ष में कुल 440 के लक्ष्य के विरूद्ध 507 आवेदन विभिन्न बैंको को अग्रसारित किये गये हैं जिसमें विभिन्न बैंको द्वारा 119 आवेदन स्वीकृति दी गई है एवं 36 आवेदको को वितरित किये गये हैं। वही पीएम विश्वकर्मा योजना में कुल 4108 आवेदन विभिन्न बैंको को अग्रसारित किये गये हैं, जिसमें विभिन्न बैंको द्वारा 1008 आवेदन स्वीकृति दी गई है एवं 702 आवेदको को वितरित किये गये हैं। बैठक में PMEGP योजना के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंको द्वारा स्वीकृत 03 आवेदकों को डीएम के द्वारा स्वीकृति पत्र भी दिया गया।
इस दौरान डीएम ने कहा कि बैंको लक्ष्य का मासिक रूप से संगणना करते हुए अपने लक्ष्य को पूर्ण करें। सभी बैंको के प्रतिनिधि को निदेश दिया गया कि जिस बैंक शाखा का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है ,वे सरकार की योजनाओं की उपलब्धियों को प्राथमिकता दें, अन्यथा उन बैंकों से सभी विभागों व कार्यालयों की सरकारी राशि की निकासी कर उन बैंकों में सरकारी खातों को बंद करवा दिया जायेगा।
बैठक में अनुपस्थित रहे बैकर्स को डीएम ने स्पष्टीकरण पुछने का निदेश दिया।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
