ढाका, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
बांग्लादेश ने रविवार को अमेरिका के साथ एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत वह अगले पांच वर्षों तक हर साल 7 लाख टन गेहूं का आयात करेगा। यह समझौता ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिका 01 अगस्त से बांग्लादेशी निर्यात पर 35 प्रतिशत टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहा है।
ढाका में बांग्लादेश के खाद्य मंत्रालय और अमेरिकी व्यापार संगठन ‘यूएस व्हीट एसोसिएट्स’ के बीच हुए इस समझौते को एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जो व्यापार तनाव को कम करने और अमेरिका के साथ आर्थिक रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है।
बांग्लादेश के कार्यवाहक खाद्य मंत्री अली इमाम मजुमदार ने समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान कहा, “यह करार हमें उच्च गुणवत्ता वाला गेहूं प्रतिस्पर्धी दरों पर सुनिश्चित करेगा और अमेरिका के साथ हमारे व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करेगा। यह हमारे आपसी विश्वास को बढ़ाने और द्विपक्षीय सहयोग को गहराई देने की हमारी मंशा को दर्शाता है।”
बांग्लादेश को उम्मीद है कि यह पहल अमेरिका के साथ उसके 06 अरब डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने में मदद करेगी और खासकर परिधान उद्योग जैसे प्रमुख निर्यात क्षेत्रों को अमेरिका में बेहतर बाजार पहुंच दिलाने की राह खोलेगी। अमेरिकी टैरिफ वृद्धि ने बांग्लादेश के निर्यात उद्योग, विशेष रूप से रेडीमेड गारमेंट्स क्षेत्र में चिंता की लहर पैदा कर दी है, क्योंकि यह क्षेत्र अमेरिकी बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता खोने से डर रहा है।
वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका के साथ टैरिफ में राहत को लेकर वार्ता जारी है। उन्होंने तर्क दिया कि इतनी ऊंची दरें बांग्लादेश के निर्यातकों की अमेरिकी बाजार में हिस्सेदारी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश हर साल करीब 70 लाख टन गेहूं आयात करता है, जिसमें से अधिकांश सस्ती दरों के कारण ब्लैक सी क्षेत्र (रूस, यूक्रेन आदि) से आता है। अमेरिका से अब तक सीमित मात्रा में उच्च गुणवत्ता वाला गेहूं मिलाकर उपयोग किया जाता रहा है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
