
बेंगलुरु, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया विधानसभा में भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि आईपीएल मैच जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) टीम के विजय जश्न के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ उनके राजनीतिक जीवन की सबसे दुखद घटना थी।
विधानसभा सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना में सरकार की कोई भूमिका नहीं है। जिन लोगों ने गलत किया, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। आरसीबी, केएससीए और डीएनए के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच चल रही है।
विपक्ष की सार्वजनिक माफ़ी और इस्तीफ़े की मांग को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा शासित राज्यों में पहले भी किसी मुख्यमंत्री ने कई त्रासदियों के बाद इस्तीफ़ा नहीं दिया है। आपने तब माफ़ी नहीं मांगी थी। ऐसे में मुझसे इस्तीफ़ा मांगना तर्कसंगत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि घटना वाले दिन वह नाश्ते के लिए बेंगलुरु के जनार्दन होटल गए थे, लेकिन उन्हें शाम 5:30 बजे तक मौत के बारे में पता नहीं चला। सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि इस त्रासदी का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाई है।
मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा और जेडीएस सदस्यों ने बैठक से बहिर्गमन किया और मुख्यमंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग फिर दोहराई।
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(Udaipur Kiran) / राकेश महादेवप्पा
