जम्मू, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रवक्ता और पूर्व उपाध्यक्ष बलबीर राम रतन ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा श्री माता वैष्णो देवी चिकित्सा उत्कृष्टता ककरयाल में 50 एमबीबीएस सीटों की मंजूरी को एक ऐतिहासिक उपलब्धि और क्षेत्र के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार बताया। यह निजी मेडिकल कॉलेज अब शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एमबीबीएस पाठ्यक्रम में अपने पहले बैच के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेगा।
बलबीर राम रतन ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल रियासी जिले के लिए बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आई है। उन्होंने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा संचालित यह संस्थान पहले से ही उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है और एमबीबीएस शिक्षा प्रदान करने की अनुमति मिलने से अब यह चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेगा।
उन्होंने आगे बताया कि कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के पाँच ज़िला-स्तरीय मेडिकल कॉलेजों में 190 एमबीबीएस सीटें आवंटित की गई हैं और अखनूर स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज को भी छह स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए सरकार से मंज़ूरी मिली है। अब इस क्षेत्र के छात्रों को उच्च-गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
बलबीर ने कहा कि
एसएमवीडीआईएमई युवाओं को उनके ही राज्य में आधुनिक और विश्वस्तरीय चिकित्सा शिक्षा प्रदान करेगा, जिससे आर्थिक और मानसिक बोझ दोनों कम होंगे।
उन्होंने इस प्रगति का श्रेय केंद्र सरकार और उपराज्यपाल प्रशासन के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। यह न केवल युवाओं के लिए शिक्षा के अवसर पैदा करेगा, बल्कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
