
– पुरूषों से अधिक महिलाओं ने कराया अपना पंजीयन
भोपाल, 27 जून (Udaipur Kiran) । असंगठित क्षेत्र के कामगारों को वृद्ध अवस्था में आर्थिक संबल प्रदान करने वाली अटल पेंशन योजना के क्रियान्वयन मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले ने देश में पहला स्थान अर्जित किया है। वहीं, श्योपुर जिला इस योजना के क्रियान्वयन में देशभर में तीसरा स्थान पर रहा। इतना ही नहीं, योजना को सफलता पूर्व क्रियान्वित करने वाले जिलों की सूची में शीर्ष 10 में से तीन जिले मध्य प्रदेश के हैं।
जनसम्पर्क अधिकारी अनिल पटले ने शुक्रवार को बताया कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को 60 वर्ष की आयु के बाद एक निश्चित पेंशन राशि प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अटल पेंशन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना में अधिक से अधिक असंगठित क्षेत्र के लोगों को जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में नए लोगो को जोड़ने और उनका पंजीयन कराने में बालाघाट जिला देश में प्रथम स्थान पर है। यह बालाघाट जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। कलेक्टर मृणाल मीणा की पहल पर जिले में बैंको द्वारा कृषि, महिला एवं बाल विकास, आजीविका मिशन एवं श्रम विभाग के साथ समन्वय कर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि देश में 01 मई 2025 से अटल पेंशन योजना में अधिक से अधिक लोगो को जोड़ने के लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया गया है, अभियान 15 जुलाई 2025 तक चलेगा। बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीणा द्वारा इस अभियान के अंतर्गत जिले में 50 हजार लोगों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। इस विशेष अभियान में 27 जून 2025 तक 10 हजार 925 असंगठित क्षेत्र के कामगारों एवं लोगो को इस योजना से जोड़ा जा चुका है, जो देश के सभी जिलों में सबसे अधिक है।
केंद्रीय एजेंसी द्वारा बालाघाट जिले को 2992 लोगों को जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूद्ध 10 हजार 925 लोगों को जोड़कर 365 प्रतिशत उपलब्धि के साथ बालाघाट जिला देश में प्रथम स्थान पर है। द्वितीय स्थान पर कर्नाटक का कोलार, तृतीय स्थान पर मध्य प्रदेश का श्योपुर, चतुर्थ स्थान पर कर्नाटक का चिकबल्लापुर, पंचम स्थान पर उत्तर प्रदेश का बाराबंकी,छठवें स्थान पर पश्चित बंगाल का माल्दा, सातवें स्थान पर उत्तर प्रदेश का महाराजगंज, आठवें स्थान पर मध्य प्रदेश का उज्जैन व नौवें स्थान पर अलीराजपुर तथा दसवें स्थान पर पश्चित बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला है।
अटल पेंशन योजना से जुड़ने में बालाघाट जिले में पुरूषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक रूचि दिखाई है। बालाघाट जिला 1000 पुरुषों पर 1021 महिलाओं के साथ लिंगानुपात में प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। योजना के इस अभियान के अंतर्गत जिले में 9604 महिलाओं, 1320पुरूषों एवं 01 ट्रॉसजेंण्डर ने अपना पंजीयन कराया है। इस प्रकार अटल पेंशन योजना के अंतर्गत जिले में पंजीकृत कुल लोगों की संख्या 01 लाख 05 हजार 477 हो गई है। जिसमें 61 हजार 509 महिलाऍ, 43 हजार 953 पुरूष और 15 ट्रॉसजेण्डर शामिल है। इस योजना में पंजीकृत महिलाओं की संख्या बता रही है कि बालाघाट जिले में महिला सशक्तिकरण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है और महिलाओं में अपने बेहतर भविष्य के प्रति जागरूकता आ रही है।
अटल पेंशन योजना भारत सरकार की एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए तैयार की गई है। यह योजना 1,000 रुपये से 5,000 रुपये तक की मासिक पेंशन प्रदान करती है, जो 60 वर्ष की आयु के बाद मिलती है। इस योजना में अंशदान की राशि व्यक्ति की आयु और चुनी गई पेंशन राशि पर निर्भर करती है। योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो निजी क्षेत्र में काम करते हैं और जिनके पास रिटायरमेंट के लिए कोई औपचारिक पेंशन योजना नहीं है।
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(Udaipur Kiran) तोमर
