Uttar Pradesh

गोरखपुर में दस्तक अभियान के दौरान पात्र बुजुर्गों को ढूंढ कर बनाया जाएगा आयुष्मान कार्ड

सीएमओ ने पत्र लिख कर घर घर से पात्र बुजुर्गों का पता लगा कर कार्ड बनवाने का निर्देश दिया
सीएमओ ने पत्र लिख कर घर घर से पात्र बुजुर्गों का पता लगा कर कार्ड बनवाने का निर्देश दिया
सीएमओ ने पत्र लिख कर घर घर से पात्र बुजुर्गों का पता लगा कर कार्ड बनवाने का निर्देश दिया

गोरखपुर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के शहरी क्षेत्र में आयुष्मान वय वंदन योजना के तहत सत्तर वर्ष व उसके अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड गांवों में भी बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष पहल की है। पहली बार दस्तक अभियान के दौरान बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड जेनरेशन पर भी जोर दिया जाएगा। इस संबंध में सीएमओ डॉ राजेश झा ने सभी ब्लॉकों के अधीक्षक और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखा है। उन्होंने निर्देश दिया है कि दस्तक के दौरान घर -घर जाने वाली आशा कार्यकर्ता पात्र बुजुर्गों का पता लगा कर उनकी लिस्ट बनाएं और उन्हें आधार कार्ड के साथ नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेज कर आयुष्मान कार्ड बनवाएं। जिन गांवों में ऐसे पात्र लाभार्थियों की संख्या अधिक होगी वहां विशेष कैम्प लगाने के भी निर्देश दिये गये हैं।

सीएमओ डॉ झा ने बताया कि जिले भर में ग्यारह जुलाई से इकतीस जुलाई के बीच दस्तक अभियान चलना है। इस दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम घर घर जाकर बुखार, टीबी, लेप्रोसी, कुपोषण और फाइलेरिया के नये मरीज ढूंढेंगी और उनकी जांच कराएंगी। इसी अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता को ऐसे पात्र बुजुर्गों को भी ढूंढने के लिए कहा गया है जिनका आयुष्मान कार्य नहीं बना है। इस श्रेणी के सभी पात्र बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड सिर्फ आधार कार्ड की मदद से बन जाएगा। अभियान के दौरान संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुबह आठ बजे से ग्यारह बजे तक आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। जिन गांवों में पात्र लाभार्थियों की संख्या अधिक होगी, वहां दोपहर बारह बजे के बाद आयुष्मान मित्र जाकर कार्ड बनाएंगे। हमारा लक्ष्य दस्तक अभियान के दौरान तैयार सूची के शत प्रतिशत नागरिकों का आयुष्मान कार्ड बनवाना है।

सीएमओ ने बताया कि जून माह में नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाए गए कैम्पों के दौरान छह सौ आठ आयुष्मान कार्ड बनाए गए। शहर में छूटे हुए अन्य बुजुर्गों के भी कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस कार्ड के होने से बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक के कैशलेश इलाज की सुविधा देश के किसी भी सम्बद्ध सरकारी और निजी अस्पताल में प्राप्त हो सकेगी। कार्ड बनाने के लिए आधार बेस्ड मोबाइल नंबर से ओटीपी या थंब इम्प्रेशन की जरूरत पड़ती है। जनपदवासियों से अपील है कि वह आशा कार्यकर्ता की मदद से नजदीकी केंद्रों पर घर के वरिष्ठजनों को ले जाकर उनका आयुष्मान कार्ड अवश्य बनवाएं।

आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शुरू

नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं के पहले बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुक्रवार से प्रेरणा श्री सभागार में शुरू हो गया। उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में रिफ्रेशर प्रशिक्षण के साथ साथ एक्सपेंडेड पैकेज सर्विस की जानकारी दी जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा और विषय विशेषज्ञ डॉ गरिमा ने आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया। इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी और डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय भी मौजूद रहे। सीएमओ डॉ झा ने बताया कि अलग अलग बैच में शहर की सभी आशा कार्यकर्ता प्रशिक्षित की जाएंगी।

(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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