
बलरामपुर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना—आयुष्मान भारत ने जनपद बलरामपुर के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुच और महंगे इलाज के कारण परेशान हजारों परिवारों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। बीते वर्ष जिले के 54,716 से अधिक लाभार्थियों ने बलरामपुर के साथ-साथ अन्य जनपदों के सूचीबद्ध अस्पतालों में निःशुल्क उपचार कराकर योजना का लाभ लिया है।
तुलसीपुर के सोनपुर धुतकहवां निवासी बुजुर्ग दुखहरण की आंख का सफल ऑपरेशन आयुष्मान कार्ड की मदद से बलरामपुर में कराया गया। परिजनों ने बताया कि इलाज का खर्च वहन कर पाना संभव नहीं था, लेकिन आयुष्मान गोल्डन कार्ड उनके लिए सहारा बना और समय पर उपचार मिल सका। इसी तरह देवीपाटन निवासी अजय की 55 वर्षीय माता लंबे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं। आर्थिक तंगी के कारण बड़ा इलाज कराना संभव नहीं हो पा रहा था। अजय बताते हैं, “मैं बहुत परेशान था कि इलाज कहाँ कराऊँ। आयुष्मान कार्ड बनने के बाद लखनऊ में उनका निःशुल्क उपचार हुआ और आज वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। यह योजना हमारे परिवार के लिए सचमुच वरदान है।”
योजना के तहत पात्र परिवारों को रु. 5 लाख तक का निःशुल्क कैशलेस उपचार उपलब्ध कराया जाता है। जिला स्वास्थ्य विभाग आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने, नवीनीकरण और वितरण की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है। साथ ही सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार की गुणवत्तापूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि योजना का मूल उद्देश्य गरीब, वंचित और निम्न आय वर्ग के परिवारों को उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। हृदय रोग, किडनी उपचार, कैंसर, प्रसूति सेवाएं एवं अनेक महंगी चिकित्सा प्रक्रियाएं भी इस योजना के अंतर्गत पूरी तरह निःशुल्क हैं। जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी और पैनल पर शामिल निजी अस्पताल आयुष्मान कार्ड धारकों को प्राथमिकता के आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार शिविर आयोजित कर रही हैं। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र लोगों को योजना के लाभों से अवगत करा रहे हैं।
आयुष्मान योजना के विदेह पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 5,83,995 आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं, । बीते वर्ष 54716 लोगों ने निःशुल्क इलाज इस योजना के माध्यम से कराया है। जो योजना की व्यापक सफलता और जनहित में इसकी महत्ता को दर्शाते हैं। लाभार्थियों को सुविधा मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित निरीक्षण, ब्लॉक-स्तरीय सहायता केंद्र और हेल्पलाइन को सक्रिय रखा गया है। योजना ने हजारों परिवारों को नई उम्मीद दी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी पात्र लोगों से अपील की है कि वे अपना आयुष्मान कार्ड अवश्य बनवाएँ और इस जीवन रक्षक योजना का पूरा लाभ उठाएं।
(Udaipur Kiran) / प्रभाकर कसौधन