
हरिद्वार, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । पतंजलि के वैज्ञानिकों ने जोड़ों के दर्द गठिया (आर्थराइटिस) के उपचार में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। आयुर्वेद आधारित औषधि ऑर्थोग्रिट पर किया गया पतंजलि का यह नवीन शोध अंतरराष्ट्रीय रिसर्च जर्नल फार्मेकोलॉजिकल रिसर्च रिपोर्ट में प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन दर्शाता है कि ऑर्थोग्रिट औषधि गठिया के कारण होने वाली सूजन को कम करने, कार्टिलेज के घिसाव को रोकने तथा जोड़ों की कार्यक्षमता को बनाए रखने में प्रभावशाली है।
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि वर्तमान चिकित्सा पद्धतियाँ केवल लक्षणों पर कार्य करती हैं, जड़ पर नहीं। आयुर्वेद प्रत्येक रोग के मूल कारण को पहचानकर उसका समाधान प्रस्तुत करता है। ऑर्थोग्रिट इसी आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान का संगम है, जो गठिया जैसी असाध्य मानी जाने वाली बीमारी को भी मूल रूप से समाप्त करने की क्षमता रखता है।
उन्होंने बताया कि ऑर्थोग्रिट वचा, मोथा, दारूहल्दी, पिप्पलमूल, अश्वगंधा, निर्गुंडी, पुनर्नवा आदि प्राकर्तिक जड़ी – बूटियों से निर्मित है।
पतंजलि अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनुराग वार्ष्णेय ने कहा यह शोध स्पष्ट करता है कि ऑर्थोग्रिट न केवल गठिया के लक्षणों को कम करता है, बल्कि बीमारी की प्रगति को रोकने में भी कारगर है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
