
जोधपुर, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर (वैद्य) गोविंद सहाय शुक्ल की अध्यक्षता में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद के सेमिनार हॉल में एनसीआईएसएम दिल्ली के मापदंडों के अनुसार स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्रों के लिए विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद नई दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति रहे। उन्होंने स्कोप एंड ऑपच्र्युनिटी इन आयुर्वेद विषय पर व्याख्यान दिया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि आयुर्वेद न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सेवा का एक मजबूत स्तंभ बनता जा रहा है। उन्होंने छात्रों को शोध, नवाचार, क्लीनिकल प्रैक्टिस तथा वैश्विक आयुर्वेदिक करियर अवसरों के प्रति प्रेरित किया।
कुलगुरु प्रोफेसर (वैद्य) गोविंद सहाय शुक्ल ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद केवल चिकित्सा पद्धति नहीं, बल्कि जीवन का विज्ञान है। उन्होंने इस अवसर पर छात्रों से संवाद भी किया और उन्हें शिक्षा, शोध तथा प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न पहलुओं के बारे में मार्गदर्शन दिया।
वहीं पीजीआइए सेमिनार हॉल में प्राचार्य प्रोफेसर चंदन सिंह की अध्यक्षता में इंस्टिट्यूशनल रिसर्च कमेटी (आईआरसी ) की बैठक भी आयोजित की गई।
डीन रिसर्च प्रोफेसर देवेंद्र सिंह चाहर ने बताया कि आईआरसी की बैठक दो दिन तक चलेगी। बैठक के प्रथम दिन छह विभागों के शोध-सिनॉप्सिस पर विस्तृत चर्चा कर उन्हें अनुमोदित किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन प्रो. महेंद्र कुमार शर्मा, संजीवनी हॉस्पिटल अधीक्षक प्रोफेसर गोविंद गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल, उपकुलसचिव डॉ. मनोज अदलक्खा, क्रिया शारीर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिनेश चंद शर्मा सहित सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य एवं स्नातक,स्नातकोत्तर छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / सतीश