Uttar Pradesh

अयोध्या को मिली नई पहचान: टेढ़ी बाजार में भव्य बृहस्पति कुंड तैयार

अयोध्या को मिली नई पहचान: टेढ़ी बाजार में भव्य बृहस्पति कुंड तैयार

-8 अक्टूबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे भव्य उद्घाटन

-4.49 करोड़ की लागत से संवर रही है सांस्कृतिक व धार्मिक धरोहर

अयोध्या, 13 सितंबर (Udaipur Kiran News) । टेढ़ी बाजार स्थित नवनिर्मित बृहस्पति कुंड का उद्घाटन आगामी 8 अक्टूबर को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संयुक्त रूप से करेंगे। करीब 4.49 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह भव्य कुंड न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भी उज्ज्वल प्रतीक बनेगा।

योगी सरकार की पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को संवारने की प्रतिबद्धता इस परियोजना से स्पष्ट झलकती है। कुंड का सौंदर्यीकरण दक्षिण भारत से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा, क्योंकि इसके परिसर में दक्षिण भारत के तीन महान संगीतज्ञों—त्यागराज स्वामीगल, पुरंदर दास और अरुणाचल कवि की मूर्तियां स्थापित की गई हैं।

अधिकारियों ने लिया तैयारियों का जायजा

शनिवार को मंडलायुक्त राजेश कुमार, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने स्थल का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों ने सौंदर्यीकरण, सुरक्षा व्यवस्था और उद्घाटन समारोह की बारीकियों की समीक्षा की।

कुंड के चारों ओर आकर्षक

बागवानी, भव्य प्रकाश व्यवस्था और संगमरमर से सजी संरचनाएं इसे मनमोहक स्वरूप प्रदान करती हैं। परिसर में स्थापित मूर्तियां न केवल दक्षिण भारतीय कला और संगीत की समृद्ध परंपरा को दर्शाती हैं, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक एकात्मता का संदेश भी देती हैं।

योगी सरकार में विरासत का नया स्वरूप

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या आज अपनी प्राचीन पहचान को आधुनिक स्वरूप में वापस पा रही है। रामनगरी के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की दिशा में बृहस्पति कुंड का यह सौंदर्यीकरण एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। योगी सरकार का उद्देश्य अयोध्या को न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनाना है।

कार्यक्रम होगा यादगार: डीएम

जिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि यह परियोजना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी लाएगी और अयोध्या को पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान दिलाएगी। उद्घाटन समारोह को भव्य बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं।कार्यक्रम में दक्षिण भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी, जो इसे एक यादगार और ऐतिहासिक आयोजन बनाएंगी।

देश–दुनिया से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए समर्पित

बृहस्पति कुंड का सौंदर्यीकरण केवल अयोध्या के स्थानीय लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए भी एक अनुपम तोहफा है। रामलला के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु अब इस नव्य–निर्मित स्थल पर भी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। कुंड परिसर में की गई भव्य सजावट, दक्षिण भारतीय संत–संगीताचार्यों की मूर्तियां और आकर्षक बागवानी आगंतुकों को न केवल अयोध्या की सनातन परंपरा से जोड़ेंगी, बल्कि इसे एक वैश्विक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी स्थापित करेंगी।

(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय

Most Popular

To Top