Uttar Pradesh

श्री काशी विश्वनाथ की नगरी हुई कान्हामय, घर-घर विराजे लड्डू गोपाल, घरों में सजी आकर्षक झांकियां

फाइल फोटो

–काशी विश्वनाथ धाम में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारी

–द्वारिकाधीश मंदिर, इस्कॉन मंदिर, गोपाल मंदिर में दर्शन पूजन के लिए जुटी भीड़

वाराणसी, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर शनिवार को उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी पूरी तरह कान्हामय हो गयी है। श्री काशी विश्वनाथ धाम सहित सनातनी घरों में लड्डू गोपाल के जन्मोत्सव की तैयारी सुबह से ही बच्चे और युवा करते रहे। घरों में महिलाओं ने भी इसमें बच्चों का पूरा साथ निभाया। बच्चे और युवा ‘कान्हा’ के जीवन के विविध आयामों को प्रदर्शित करती आकर्षक झांकियों, झरना पहाड़ आदि बनाने में जुटे रहे। लोग सुबह से ही करोना वृक्ष की डाल, डाल में लगे फल, अशोक की पत्तियों और खिलौनों, रंग-बिरंगे बालू की खरीददारी में जुटे रहे।

सनातनी पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 11:49 बजे से शुरू हो गई है, जो 16 अगस्त की रात 9:34 बजे तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि में लोग कान्हा का जन्मोत्सव मना रहे हैं। इसके पहले 15 अगस्त को साधु संत और स्मार्त सम्प्रदाय भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मना चुका है। भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही हुआ था। जन्मोत्सव में अष्टमी तिथि का खास महत्व होता है।

ज्योतिषविद रविन्द्र तिवारी के अनुसार इस वर्ष अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र अलग-अलग दिन पड़ रहे हैं। ऐसे में अष्टमी तिथि वाले दिन ही जन्माष्टमी मन रही है। उधर, कान्हा के जन्मोत्सव पर शंकुलधारा पोखरा स्थित द्वारिकाधीश मंदिर, इस्कॉन मंदिर (दुर्गाकुण्ड), हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी माहेश्वरी भवन, राधागोविंद मंदिर चौक, श्री सत्यनारायण मंदिर, बांसफाटक, सनातन गौड़ीय मठ सोनारपुरा, अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर, नगवा मार्ग स्थित उडुपी श्रीकृष्ण माधव मंदिर, दुर्गाकुंड-संकट मोचन मंदिर मार्ग पर स्थित त्रिदेव मंदिर में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए सुबह से ही पहुंचते रहे।

—श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के मंगलाआरती में लड्‌डू गोपाल भी शामिल होंगे

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूरे उल्लास और आस्था के साथ मनाई जा रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दूसरे वर्ष यह आयोजन हो रहा है। धाम में मंगला आरती में बाबा विशेशर (काशी विश्वनाथ) और भगवान कृष्ण एक साथ भक्तों को दर्शन देंगे। बाबा विश्वनाथ प्रतीक रूप से पानी के थाल में लड्डू गोपाल का दर्शन करेंगे। लड्‌डू गोपाल को जिस पंचामृत से स्नान करवाया जाएगा, उसे प्रसाद के स्वरूप में भक्तों के बीच बांटा जाएगा। लड्‌डू गोपाल को सत्यनारायण मंदिर में रात्रि विश्राम कराया जाएगा। बाबा विश्वनाथ और भगवान श्रीकृष्ण का एक साथ ऑनलाइन दर्शन होंगे। उधर,काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विभिन्न छात्रावासों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाने की तैयारी है। परिसर स्थित महिला महाविद्यालय में छात्राएं कान्हा के लीलाओं पर आधारित झांकी भी सजा चुकी हैं।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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