WORLD

बलूचिस्तान के दो जिलों में सुरक्षा बलों पर हमला, कैप्टन समेत 18 जवान मारे गए

अशांत बलूचिस्तान में पाकिस्तान के सुरक्षा बल जगह-जगह तैनात हैं। बावजूद इसके हमले नहीं रुक रहे। फोटो-डान

क्वेटा (बलूचिस्तान) पाकिस्तान, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । बलूचिस्तान के खुजदार जिले के बसिमा इलाके में सोमवार देर रात हुए एक हमले में पाकिस्तान की सेना के एक कैप्टन समेत कम से कम नौ सैनिक मारे गए और छह अन्य घायल हो गए। बड़ी संख्या में हथियारबंद लोगों ने बसिमा स्थित मुख्य सैन्य शिविर को निशाना बनाया। इस दौरान दोनों ओर से भीषण गोलीबारी और विस्फोट किए गए। इसके अलावा सोमवार रात एक अन्य हमले में ईरान की सीमा से लगे बलूचिस्तान के दक्षिणी वाशुक जिले में एक अधिकारी समेत नौ जवानों की मौत हो गई।

द बलूचिस्तान पोस्ट की खबर के अनुसार हमले के दौरान पाकिस्तान की सेना की 328 ब्रिगेड के त्वरित प्रतिक्रिया बल ने मुख्य सैन्य शिविर की ओर बढ़ने का प्रयास किया। घात लगाकर किए गए इस हमले में कैप्टन मोहम्मद आसिफ और आठ अन्य सैनिक मारे गए, जबकि छह घायल हो गए। इस दौरान लड़ाकों ने एक लेवी स्टेशन पर भी कब्जा कर लिया। कर्मियों के हथियार छीन लिए और लेवी स्टेशन और परिसर में खड़ी 40 -50 मोटरसाइकिलों में आग लगा दी। बलूच सशस्त्र समूहों का बसिमा हमला हाल के हफ्तों किए गए हमलों में सबसे घातक है। पिछले एक महीने में समन्वित हमलों में कई अधिकारियों सहित दर्जनों सैन्यकर्मी मारे गए हैं।

खबर के अनुसार, 16 जुलाई को मेजर सैयद रबनवाज तारिक अवारन जिले में मारे गए। इसकी जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने ली। तीन दिन बाद मेजर अनवर काकर क्वेटा के जबल-ए-नूर के पास बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के विशेष सामरिक अभियान दस्ते (एसटीओएस) के बम विस्फोट में मारे गए। 23 जुलाई को मेजर जैद सलीम मस्तुंग के पहाड़ी क्षेत्र में बीएलए लड़ाकों के साथ संघर्ष के दौरान मारे गए। हाल ही में, 05 अगस्त को मेजर रिजवान नुश्की में सड़क किनारे हुए एक आईईडी विस्फोट में मारे गए। नुश्की विस्फोट की जिम्मेदारी भी बीएलए ने ली थी। इससे पहले पहली अगस्त को पंजगुर जिले के गोरान में बलूच सशस्त्र समूहों के बलूच राजी आजोई संगर (बीआरएएस) गठबंधन ने एक सैन्य शिविर पर कब्जा कर 20 से अधिक सैनिकों की हत्या कर दी। 11 अगस्त को सिबी, तगरान, झाल मग्सी, जमुरान, तुरबत, टम्प, मंड और जेहरी में पाकिस्तान के सैन्य बलों, आपूर्ति दस्तों और पुलिस को निशाना बनाकर कई हमले किए गए। 11 अगस्त के हमले और बसिमा हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी समूह ने निजी तौर पर नहीं ली है।

इस बीच, सुरक्षा चिंताओं के कारण पूरे बलूचिस्तान में इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं। यात्री बसों का परिचालन बंद कर दिया गया है। ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। संघीय अधिकारियों ने क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बैंकों को भी बंद करने का आदेश दिया है।

डान अखबार की खबर के अनुसार सोमवार रात ईरान की सीमा से लगे दक्षिणी वाशुक जिले में सुरक्षा बलों पर किए हमले में एक अधिकारी समेत नौ जवानों की मौत हो गई। डान ने कहा कि इस खबर के छपने तक सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर ने कोई बयान जारी नहीं किया। डान की एक अन्य खबर के अनुसार, सिबी में एक ग्रेनेड हमले में एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया, जबकि प्रांतीय राजधानी क्वेटा में गश्त करा एक पुलिस वाहन बम विस्फोट से बाल-बाल बच गया। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात सिबी में सरकारी गर्ल्स कॉलेज के पास एक अज्ञात मोटरसाइकिल सवार ने एक पुलिस वाहन पर ग्रेनेड फेंका। ग्रेनेड पुलिस वाहन के पास फटा और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। वाहन को कोई नहीं पहुंचा। इसके अलावा क्वेटा में पूर्वी बाईपास के पास लिंक बादिनी रोड पर सड़क किनारे हुए बम हमले में एक पुलिस वाहन बाल-बाल बच गया। हालांकि, विस्फोट के दौरान उस इलाके से गुजर रही एक कार नष्ट हो गई।

—————

(Udaipur Kiran) / मुकुंद

Most Popular

To Top