
कूचबिहार, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । खागराबाड़ी में पांच अगस्त को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला हुआ था। इस घटना ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इधर, मामला सुलझने से पहले ही भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों पर हमला हो गया। इस बार यह घटना कूचबिहार के नाज़ीरहाट दो नंबर ग्राम पंचायत क्षेत्र में हुई है।
दरअसल, शुक्रवार को विधायकों सहित भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल प्रभावित भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे। वहां, तृणमूल कांग्रेस पर उन्हें बुरी तरह पीटने के आरोप लगे। इतना ही नहीं यह भी आरोप लगाया गया कि भाजपा विधायकों पर ईंटें फेंकी गई। दो वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
दरअसल, घटना गुरुवार को शुरू हुई है। तृणमूल कांग्रेस पर नाज़ीरहाट में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की पिटाई और घरों में तोड़फोड़ करने के आरोप लगे थे। इस घटना में लताखोला गांव में एक भाजपा नेता की गर्भवती बेटी की भी बुरी तरह पिटाई की गई थी। जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इस दिन फालाकाटा विधायक दीपा बर्मन और तूफानगंज विधायक मालती रावा सहित भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल प्रभावित नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे। माथाभांगा विधायक सुशील बर्मन और शीतलकुची विधायक बरेनचंद्र बर्मन भी थे। आरोप है कि पीड़ित भाजपा कर्मियों के घर जाते समय तृणमूल ने कथित तौर पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल पर हमला कर दिया।
भाजपा विधायक मालती रावा ने कहा कि, तृणमूल की लगभग सैकड़ों महिला कार्यकर्ता ने उसके काफिले पर हमला किया। हम पर ईंट-पत्थर भी फेंके गए। हमारे साथ मारपीट भी की गई।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
