विजयपुर, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पूर्व मंत्री और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष यशपाल कुंडल ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के अपमान की कड़ी निंदा करते हुए इसे केवल पत्थर और धातु का विनाश नहीं, बल्कि हाशिए पर पड़े समुदायों के आत्मसम्मान और संविधान में निहित सिद्धांतों पर हमला बताया।
कुंडल ने ज़ोर देकर कहा डॉ. अंबेडकर ने राष्ट्र को समानता और न्याय का मार्ग दिखाया। उनकी प्रतिमा को निशाना बनाना उन्हीं आदर्शों पर सीधा हमला है और इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। उन्होंने प्रशासन से दोषियों की पहचान कर उन्हें कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई से दंडित करने का आग्रह किया ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कुंडल ने प्रभावित समुदाय की सुरक्षा, गरिमा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक उपायों की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया।
घटना के बाद स्थानीय दलित संगठनों ने न्याय की मांग को लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और जनसभाओं की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों से पारदर्शी और जवाबदेह जाँच की अपील की है। हालाँकि प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है पुलिस अधिकारियों का दावा है कि प्रारंभिक जाँच शुरू कर दी गई है। मानवाधिकार समूहों और सामुदायिक प्रतिनिधियों ने मामले पर कड़ी नज़र रखने और न्याय के लिए दबाव बनाए रखने का संकल्प लिया है।
(Udaipur Kiran) / SONIA LALOTRA