
गुवाहाटी, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की असामयिक मृत्यु की परिस्थितियों की औपचारिक जांच करेगी।
इस मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यकर्ता श्यामकानु महंत और जुबीन के लंबे समय से प्रबंधक रहे सिद्धार्थ सरमा भी जांच के दायरे में आएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस दुखद क्षति के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।
इस प्रतिष्ठित गायक का सिंगापुर में पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है और उनका पार्थिव शरीर भारतीय उच्चायोग को सौंप दिया गया है। उनका पार्थिव शरीर रविवार सुबह 6-7 बजे के बीच गुवाहाटी पहुंचेगा। हालांकि यह आज रात पहले दिल्ली पहुंच सकता है, लेकिन परिवहन की औपचारिक व्यवस्था पूरी होने तक पार्थिव शरीर परिवार के पास ही रहेगा।
गुवाहाटी पहुंचने पर, जुबीन गर्ग का पार्थिव शरीर सबसे पहले काहिलीपारा स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा, ताकि उनके परिवार को शोक मनाने के लिए निजी समय मिल सके। इसके बाद, पार्थिव शरीर को सरुसजाई ले जाया जाएगा, जहां जनता के लिए अंतिम दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। सरुसजाई हेलीपैड से होकर भी कार्यक्रम स्थल तक पहुंच सुगम होगा।
मुख्यमंत्री सरमा ने प्रशंसकों एवं नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस दौरान सहयोग करें और सार्वजनिक श्रद्धांजलि शुरू होने से पहले परिवार को निजी तौर पर शोक व्यक्त करने का अवसर दें। उन्होंने कहा, पूरा राज्य जुबीन गर्ग को श्रद्धांजलि देना चाहता है, लेकिन उनका परिवार उनके साथ मौन और गरिमापूर्ण जीवन के शुरुआती पल बिताने का हकदार है।
अधिकारियों ने यह भी घोषणा की है कि शांतिपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने के लिए जुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार के दिन राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी प्रकार के यातायात को निलंबित कर दिया जाएगा और सार्वजनिक गतिविधियां बंद रहेंगी।
असम सरकार, गायक के परिवार, सांस्कृतिक निकायों और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय में, राज्यव्यापी विदाई की तैयारियों की देखरेख कर रही है। असमिया संगीत और संस्कृति में उनके अद्वितीय योगदान के साथ, जुबीन गर्ग के जाने से एक खालीपन पैदा हो गया है जिसे असम और उसके बाहर के नागरिक भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ भरने की तैयारी कर रहे हैं।———————-
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
