
परिजन व ग्रामीण बोले, सरकार एडीजीपी की पत्नी, भाई व गनमैन के खिलाफ मामला दर्ज कर करे गिरफ्तार, बाद में होगा अंतिम संस्कार
रोहतक, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । एसपी कार्यालय के साइबर सैल में तैनात एएसआई संदीप लाठर सुसाइड मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजनों व ग्रामीणों का साफ कहना है कि जब तक सरकार एएसआई संदीप द्वारा लिखित सुसाइड नोट में शामिल दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार नहीं करती है तब तक संदीप के शव का न तो पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार होगा।
बुधवार को लाढौत गांव स्थित आवास पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, इनेलो सुप्रीमों अभय सिंह चौटाला, विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार सहित कई दिगज नेता पहुंचे और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एएसआई संदीप लाठर एक ईमानदार पुलिस अधिकारी था। इस मामले में पूरी निष्पक्ष तरीके से जांच होगी और न्याय भी मिलेगा। सरकार पीडि़त परिवार के साथ खड़ी है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी कहा कि एएसआई संदीप एक ईमानदार अधिकारी था और सरकार को इस पूरे प्रकरण की हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच करवानी चाहिए, ताकि कोई भी दोषी बचने नहीं चाहिए और निर्दोष को फंसाया नहीं जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी पीडित परिवार के साथ खड़ी है।
इनेलो सुप्रीमों अभय सिंह चौटाला ने भी शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और मामले की पूरी निष्पक्ष जांच करवाने की सरकार से मांग की। एएसआई संदीप के मामा संजय ने साफ कहा कि जब तक सरकार एडीजीपी के गनमैन, पत्नी, भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार नहीं करती है तब तक वह संदीप के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया है, लेकिन पहले सरकार दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार करे।
दरअसल एएसआई संदीप ने एडीजीपी वाई पूरण कुमार पर भ्रष्टाचार व जातिवाद को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगाए और चार पेज का सुसाइड नोट लिखकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी संदीप के परिजनों को पोस्टमार्टम करवाने की बात कहते रहे, लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े है। समाचार लिखे जाने तक संदीप का शव गांव लाढौत में ही रखा हुआ है। एसएसआई संदीप पांच बहनाें में इकलौता भाई था और संदीप की एक बेटा व दो बेटी हैं। ग्रामीणों ने भी सरकार से तुंरत दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / अनिल
