
एक-एक मिनट का महत्व समझने वाली मुंबई की मेट्रो में देरी पाप से कम नहींः प्रधानमंत्री
मुंबई, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लगभग 19,650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए) के चरण 1 का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मुंबई में दूसरे एयरपोर्ट से क्षेत्र को एशिया के दूसरे सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने इसके अलावा आचार्य अत्रे चौक से कफ परेड तक फैली मुंबई मेट्रो लाइन-3 के चरण 2बी का उद्घाटन किया और मुंबई मेट्रो लाइन 3 (एक्वा लाइन) राष्ट्र को समर्पित की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मेट्रो परियोजना में हुई देरी को लेकर उन्होंने पिछली उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि एक-एक मिनट का महत्व समझने वाली मुंबई को तीन-चार साल तक मेट्रो सुविधा से वंचित रहना पड़ा। यह किसी पाप से काम नहीं।
प्रधानमंत्री ने यहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि आज गति और प्रगति वाले विकसित भारत में जनता सर्वोपरि और सरकार की योजनाएं देशवासियों के जीवन आसान बना रही हैं। पिछले 11 वर्षों की यात्रा पर नजर दोड़ाएं तो देशभर में इसी भावना के साथ काम हो रहा है। इस दौरान उन्होंने पिछली सरकार पर हमला बोला और कहा कि राजनीति की एक धारा ऐसी भी रही जो सत्ता सुविधा को जनता सुविधा से ऊपर रखते रहे। मेट्रो लाइन का उद्घाटन आज हमें उन लोगों की याद दिलाता है। कुछ समय के लिए आई सरकार ने मेट्रो के काम रोक दिया। उनको सत्ता मिली लेकिन देश को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ। अब मेट्रो निर्माण से स्थानीय लोगों का दो ढाई घंटे का सफर 30-40 मिनट में हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आज मुंबई में विभिन्न परियोजनाओं की सौगत दी। उन्होंने कहा कि नवी मुंबई प्रोजेक्ट विकसित भारत की झलक है। उन्होंने कहा कि आज मुंबई को अपना दूसरा एयरपोर्ट मिला। इससे क्षेत्र को एशिया के दूसरे सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। देश का लक्ष्य इस दशक के अंत तक भारत को एक बड़ा एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) हब बनाने का है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के विकास से किसान यूरोप और मध्य पूर्व के देश से जुड़ेंगे। इससे छोटे और लघु उद्योगों की एयरपोर्ट लागत कम होगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने मुंबई हमलों का जिक्र किया और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने इसमें केन्द्रीय पूर्व गृह मंत्री के एक हालिया साक्षात्कार में किए गए खुलासे का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक देश के दवाब के कारण कांग्रेस ने भारतीय सेना को 2008 के हमलों के बाद पाकिस्तान पर हमला करने से रोका था। कांग्रेस को बताना चाहिए कि वह कौन था जिसने विदेशी दबाव में फैसला लिया।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस की कमजोरी ने आतंकवादियों को मजबूत किया। देश की सुरक्षा को कमजोर किया। जिसकी कीमत देश को बार-बार जाने गंवाकर चुकानी पड़ी। हमारे लिए देश और देशवासियों की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं। आज का भारत दमदार जवाब देता है और घर में घुसकर मारता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में 74 से आज देश में एयरपोर्ट की संख्या 160 पहुंच गई है। छोटे शहरों में एयरपोर्ट पहुंचने से लोगों को विकल्प मिलता है। उड़ान योजना से बहुत लोगों ने पहली बार हवाई सफर किया। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन मार्केट बन गया है। उन्होंने जीएसटी दरों में की गई कटौती का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी में चीज सस्ती होने से देश के लोगों का सामर्थ्य बढ़ा है। साथ ही उन्होंने स्वदेशी अपनाने की अपील की और कहा कि इससे देश का पैसा देश में लगेगा।
प्रधानमंत्री ने लोक नेता दिनकर बाबू पाटिल को याद किया। उन्होंने कहा कि समाज किसानों के लिए उनका किया काम हम सबके लिए प्रेरणा है।
उल्लेखनीय है कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना है, जिसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के अंतर्गत विकसित किया गया है। मुंबई महानगर क्षेत्र के दूसरे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में, एनएमआईए, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) के साथ मिलकर कार्य करेगा ताकि भीड़भाड़ कम हो और मुंबई को वैश्विक बहु-हवाई अड्डा प्रणालियों की श्रेणी में शामिल किया जा सके। 1160 हेक्टेयर क्षेत्रफल के साथ, दुनिया के सबसे कुशल हवाई अड्डों में से एक के रूप में डिज़ाइन किया गया यह हवाई अड्डा अंततः वार्षिक 90 मिलियन यात्रियों (एमपीपीए) और 3.25 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो को संभाल सकेगा।
प्रधानमंत्री ने आचार्य अत्रे चौक से कफ परेड तक फैली मुंबई मेट्रो लाइन-3 के चरण 2बी का उद्घाटन किया। इसका निर्माण लगभग 12,200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने 37,270 करोड़ रुपये से अधिक की कुल लागत वाली पूरी मुंबई मेट्रो लाइन 3 (एक्वा लाइन) राष्ट्र को समर्पित की। यह शहरी परिवहन परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी। मुंबई की पहली और एकमात्र पूर्णतः भूमिगत मेट्रो लाइन है। यह परियोजना मुंबई महानगर क्षेत्र में आवागमन को नए सिरे से परिभाषित करेगी तथा लाखों निवासियों के लिए एक तीव्र, अधिक कुशल और आधुनिक परिवहन समाधान प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मेट्रो, मोनोरेल, उपनगरीय रेलवे और बस पीटीओ के 11 सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटरों (पीटीओ) के लिए एकीकृत कॉमन मोबिलिटी ऐप मुंबई वन का भी शुभारंभ किया। इनमें मुंबई मेट्रो लाइन 2ए और 7, मुंबई मेट्रो लाइन 3, मुंबई मेट्रो लाइन 1, मुंबई मोनोरेल, नवी मुंबई मेट्रो, मुंबई उपनगरीय रेलवे, बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट), ठाणे नगर परिवहन, मीरा भयंदर नगर परिवहन, कल्याण डोंबिवली नगर परिवहन और नवी मुंबई नगर परिवहन शामिल हैं।
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग की एक अग्रणी पहल, अल्पकालिक रोजगार योग्यता कार्यक्रम (एसटीईपी) का भी उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम 400 सरकारी आईटीआई और 150 सरकारी तकनीकी उच्च विद्यालयों में शुरू किया जाएगा और यह रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल विकास को उद्योग की आवश्यकताओं के साथ जोड़ने की दिशा में एक बड़ी पहल होगी। एसटीईपी के तहत 2,500 नए प्रशिक्षण बैच स्थापित किए जाएंगे, जिनमें महिलाओं के लिए 364 विशेष बैच और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इलेक्ट्रिक वाहन, सौर ऊर्जा और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों में 408 बैच शामिल हैं।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
