
अशोकनगर,06 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रसिद्ध जैन संत मुनिपुंगव सुधासागर महाराज जी के आगमन को लेकर यहां लोग पलक पांवड़े बिछाये बैठे हुए हैं। उनका आगमन यहां 33 वर्षों के बाद जो हो रहा है, उनके आगमन को लेकर यहां ऐतिहासिक स्तर पर तैयारियां की गईं हैं।
प्रसिद्ध जैन संत मुनिपुंगव सुधासागर महाराज जी इससे पूर्व उनका यहां आगमन 1992 में पंच कल्याण गजरथ महोत्सव के अवसर पर हुआ था।
अब उनके आगमन को लेकर स्वागत में शहर सजने लगा है। 21 घोड़े व दो हाथियों से उनकी भव्य अगुवानी की जाएगी तो वहीं शहर में प्रवेश करते ही दो ड्रोन, 33 जेसीबी और 60 ट्राला के माध्यम से पुष्पवर्षा होगी। इसके अलावा 121 चांदी की थालियों में गुरू का पाद प्रक्षालन किया जाएगा।
मुनिपुंगव सुधासागर महाराज शहर में चातुर्मास करेंगे, जिनका शहर में 9 जुलाई को नगर प्रवेश माना जा रहा है। इससे उनके स्वागत की तैयारियों में पूरा समाज जुट गया है। दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष राकेश कांसल के मुताबिक जिस रास्ते से वह आ रहे हैं, वहां शाढ़ौरा से लेकर शहर में गंज मंदिर तक 15 किमी लंबी रंगोलियां सजेंगी। शहर में 60 स्वागत द्वार और चार सिंहद्वार भी बनाए जा रहे हैं। जिले की सीमा में प्रवेश करते ही 108 वाहनों से समाजजन पहुंचकर उनकी अगुवानी करेंगे। इस दौरान उनकी अगुवानी में आगे 21 घोड़े व दो हाथी रहेंगे। वहीं 10 बैंड व 54 ढ़ोल बजाकर उनका नगर प्रवेश होगा।
रेंप से निकलेंगे मुनिश्री, महिला संगठन निकालेंगी झांकियां-
जैन पंचायत के महामंत्री राकेश आमरोद ने बताया कि 11 डीजे वाहनों से महिला संगठन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगी। वहीं महावीर मार्ग से गंज मंदिर तक रेंप तैयार किया जाएगा, जिस पर से मुनिपुंगव सुधासागर महाराज निकलेंगे, इस दौरान चांदी की 121 थालियों में चांदी के कलशों से उनका पाद प्रक्षालन होगा। साथ ही सुभाष गंज में बने पांडाल में 108 बालिकाएं उनकी अगुवानी में अभिनंदन नृत्य की प्रस्तुति देंगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।
तीन करोड़ रु.से अधिक के खर्च की तैयारी में समाज-
शहर के निजी मैरिज गार्डन को समाज ने चार महीने के लिए बुक कर दिया है, तो वहीं इंदौर का टेंट भी चार महीने के लिए बुक हो गया है। इस दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को निजी मैरिज गार्डन और तीन मंजिला जैन भवन में रुकने की निशुल्क व्यवस्था की जा रही है। साथ ही चार महीने तक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन की निशुल्क व्यवस्था की जा रही है। जिसमें रोजाना दो से चार हजार लोग प्रतिदिन खाना खाएंगे। इससे कार्यक्रम में जैन समाज करीब तीन करोड़ रुपए से अधिक का खर्चा करने की तैयारी में है।
यह भी खास-
– सुभाषगंज में चातुर्मास के लिए 77 गुणा 350 फीट का वाटरप्रूफ पांडाल सजाया जा रहा है, पांडाल में जमीन पर करीब 10 इंच ऊंचे पाटे बिछाए हैं, ताकि बारिश का पानी परेशानी न बने।
– श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस पांडाल को जरूरत पडऩे पर 180 गुणा 70 फीट तक और बढ़ाया जा सकेगा, इससे समाज ने इसकी भी अतिरिक्त व्यवस्था अभी से कर ली है।
– इससे पहले मुनिपुंगव सुधासागरजी का चातुर्मास 1992 में हुआ था।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
