
अशोकनगर,16 सितम्बर (Udaipur Kiran) । एमपी अजब है, एमपी गजब है के किस्से तो सुनें होंगे, पर यहां अशोकनगर जिला भी कोई अजब-गजब में कम नहीं। यहां जिले में भाजपा और कांग्रेस की राजनीति यादव परिवारों के बीच उतार-चड़ाव की स्थिति में देखी गई है। कब कौन सा परिवार किस दल में, किस नेता के नजदीक हो जाए और किसका विरोधी? इसी का परिणाम है कि कभी यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता की प्रतिमा का अनावरण करने भाजपा के मुख्यमंत्री आ रहे हैं, तो कहीं भाजपा के दिग्गज नेता की प्रतिमा का अनावरण करने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री यहां आ चुके हैं। जो खबर है, वह यही है कि, जिले के दिग्गज कांग्रेसी नेता की प्रतिमा का अनावरण करने यहां मुख्यमंत्री मोहन यादव आ रहे हैं, इससे दो वर्ष यहां दिग्गज भाजपा नेता की प्रतिमा का अनावरण करने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आ चुके हैं। है न गजब, राजनीति में कब क्या घटना क्रम हो कहा नहीं जाता।
जानकारी के अनुसार, आगामी 20 सितम्बर को मुख्यमंत्री मोहन यादव यहां पूर्व सांसद डॉ.केपी यादव के पिता जी स्व.रघुवीर सिंह यादव की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने उनके ग्रह गांव रुसल्ला आ रहे हैं। स्व.रघुवीर सिंह रुसल्ला वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्व.माधव राव सिंधिया के निकटतम एवं अविभाजित गुना जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष रहे, उनके बाल सखा चन्द्रप्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट कहते हैं कि स्व.माधवराव सिंधिया ने अपनी जिद पर अविभाजित गुना का रघुवीर सिंह रुसल्ला को जिला पंचायत का अध्यक्ष बनवाया था और 1993 में अशोकनगर विधानसभा का कांग्रेस से टिकट दिलवाया था। क्षेत्र में समय और परिस्थितियां बदलीं, बाद में उनके पुत्र डॉ.केपी यादव ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लडक़र ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरा कर देश में इतिहास रचा।
दूसरी तरफ देखें तो यहां पूर्व विधायक स्व.देशराज सिंह यादव भाजपा के दिग्गज नेता रहे। उनके बढ़े पुत्र यादवेन्द्र सिंह यादव पर कांग्रेस के टिकट से गुना लोकसभा सीट पर भाजपा से ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरुद्ध चुनाव लड़े।
20 अक्टूबर 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्व.देशराज सिंह यादव के ग्रह गांव अमरोद पहुंचे और ऐतिहासिक आयोजन के बीच भाजपा के दिग्गज स्व.देशराज सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण किया। तत्पश्चात अब दो वर्ष बाद उसी दिनांक को पूर्व सांसद केपी यादव के पिता कद्दावर कांग्रेस नेता स्व.रघुवीर सिंह रुसल्ला की प्रतिमा का अनावरण करने मुख्यमंत्री मोहन यादव आ रहे हैं।
दर असल वर्ष 2019 में गुना संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ.केपी यादव से ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव हारने और फिर सिंधिया द्वारा वर्ष 2020 में कांग्रेस का तख्ता पलट कर भाजपा में शामिल होने के बाद जिले की राजनीति में ऐसे समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं कि न तो इधर भाजपा और न कांग्रेस दोनों ही दल और उनके नेता, कार्यकर्ता कब किधर समझना आसान नहीं होता। कभी भाजपा के कार्यकर्ता स्वर्गीय दिग्गज कांग्रेस नेताओं के चित्रों पर तो कहीं कांग्रेसी स्वर्गीय भाजपा के दिग्गज नेताओं के चित्रों पर पुष्प चढ़ाते नजर आते हैं और अपना आदर्श मानते हैं।
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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार
