नाहन, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लंबे समय से मानदेय और कमीशन न मिलने से नाराज़ आशा वर्करों ने शुक्रवार को पोंटा साहेब में जोरदार प्रदर्शन किया। महिलाओं ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि महीनों से मानदेय नहीं मिला, जिससे घर की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है और त्यौहारों की खुशियां भी फीकी पड़ गई हैं। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के खंड स्वास्थय अधिकारी डॉ. के.एल. भगत मौके पर पहुंचे और आशा वर्करों की समस्याएं सुनीं।
डॉ. भगत ने कहा आशा वर्करों का मानदेय प्रदेश और केंद्र सरकार से दो भागों में मिलता है। राज्य सरकार की ओर से ₹5800 मानदेय और केंद्र सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि (कमीशन) दी जाती है। केंद्र से भुगतान प्रक्रिया में समय लगने के कारण देरी हुई है, लेकिन अब जल्द ही सभी भुगतान जारी कर दिए जाएंगे। इस आश्वासन के बाद आशा वर्करों ने अपना धरना समाप्त कर दिया और उम्मीद जताई कि विभाग जल्द उनके खाते में राशि जारी करेगा।
आशा वर्करों ने कहा कि वे लगातार गांव-गांव जाकर जनता की सेहत का ध्यान रखती हैं, लेकिन जब महीनों तक उनका मेहनताना नहीं मिलता, तो हौसला टूट जाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस बार भी वादा पूरा न हुआ तो आंदोलन और बड़ा होगा।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
